(आकाश शर्मा)- UP BREAKING NEWS- सूर्यवंशम की कहानी तो याद होगी। जिसमें हीरा नाम के किरदार ने संघर्ष से अपनी पत्नी को जिलाधिकारी बनाया। ऐसी कहानी उत्तर प्रदेश में देखने को मिली। एक शख्स ने भी अपनी पत्नी को पढ़ाकर अफसर बना दिया लेकिन बदले में उसे जो मिला, उसने कभी सपने में भी सोचा नहीं होगी। पीसीएस अधिकारी बनी पत्नी बेवफा निकली उसने अपने पति को ही किनारे कर दिया। इतना ही नहीं अपने पति को मरवाने और किसी और के साथ घर बसाने की योजना बनाने लगी।
बता दे कि जब आदमी को कामयाबी का नशा चढ़ता है, तो वह ना तो समाज, ना परिवार कोई शर्म करता है। प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के झलवा इलाके के रहने वाले आलोक कुमार मौर्य की शादी वर्ष 2010 में वाराणसी के चिरईगांव की रहने वाली ज्योति मौर्या के साथ हुई थी। शादी के समय आलोक पंचायत राज विभाग में डी श्रेणी कर्मचारी के पद पर थे। पत्नी ज्योति मौर्या ने उससे पढ़ने की इच्छा जताई। आलोक ने अपनी छोटी सी तनख्वाह में से पैसे काटकर उसकी पढ़ाई के लिए रुपये जोड़े। उन्होंने उसका दाखिला प्रयागराज के एक अच्छे कोचिंग सेंटर में कराया था। पत्नी को तैयारी में भी लगा दिया।
साल 2015 में जिस दिन उसके घर दो जुड़वा बेटियां हुईं, उसी दिन पीसीएस का रिजल्ट आया और ज्योति का सेलेक्शन पीसीएस में हो गया। उस समय ज्योति ने इसका श्रेय अपने पति आलोक मौर्य को दिया।
मगर आज पीसीएस पत्नी ज्योति ने अपने उसी पति और उसके परिवार वालों के खिलाफ दहेज मांगने, बदनाम करने और उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
आलोक की जिदंगी में 2020 में आया था नया मोड़
आलोक और ज्योति की शादीशुदा जिंदगी सही चल रही थी लेकिन इसी बीच साल 2020 में ज्योति की मुलाकात होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से हुई। ज्योति मनीष के करीब और अपने पति आलोक से दूरी बनाती चली गई। बता दे कि मनीष दुबे गाजियाबाद होमगार्ड कमांडेंट पद पर तैनात है। ज्योति प्रयागराज के SDM के पद पर तैनात है।
Read also-29 जून को देशभर में मनाया जाएगा बकरीद का पर्व
पत्नी पर लगाए सनसनी आरोप , दर्ज हुआ नहीं मुकदमा
अब पति अपनी अधिकारी पर बेवफाई के आरोप लगाए है। पीड़ित पति इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में भी कार्रवाई की गुहार लगा चुका है। इसके साथ ही एसडीएम पत्नी और उसके होमगार्ड कमांडेंट प्रेमी के खिलाफ भी विभागीय स्तर पर कार्रवाई के लिए होमगार्ड मुख्यालय में शिकायत की है।