Maharashtra News: महाराष्ट्र के ठाणे में शुक्रवार को ‘डिजिटल अरेस्ट’ का झांसा देने वाले दो जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।’डिजिटल अरेस्ट’ साइबर क्राइम का नता तरीका है।ऐसे मामलों में ठग कानून प्रवर्तन अधिकारी बनकर लोगों को ऑडियो या वीडियो कॉल के जरिए डराते हैं और उन्हें गिरफ्तारी के बहाने उनके ही घरों में डिजिटल तरीके से बंधक बनाकर रखते हैं और उन्हें छुड़ाने के लिए पैसे मांगते हैं।
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पुलिस ने कही ये बात- क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर साइबर अपराधी लोगों को उनके खिलाफ जारी फर्जी एफआईआर और गिरफ्तारी का वारंट दिखाकर उनसे ठगी करते थे।इस मामले में उत्तर प्रदेश के रहने वाले छात्र रौचक श्रीवास्तव और संदीप यादव को गिरफ्तार किया गया है।हालांकि, मामले का मुख्य आरोपित अभी भी फरार है।
मोबाइल बरामद- ये दोनों पीड़ितों से पैसे ठगते थे, उन्हें बिटकॉइन में बदल देते थे, फिर उसे अपने लीडर को भेज देते थे।आरोपितों के पास से पांच मोबाइल फोन, कार, साढ़े पांच लाख कैश,छह सिम कार्ड, 20 डेबिट कार्ड और नौ अलग-अलग बैंकों की चेक बुक बरामद की गई है।
