Mathura Water Tank Collapses: उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक पानी की टंकी गिरने से दो लोगों की मौत के मामले में उत्तर प्रदेश जल निगम (शहरी) के तीन अधिकारियों को सोमवार को निलंबित कर दिया गया। यूपी सरकार के बयान में कहा गया है कि इसके अलावा, घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है। कृष्णा विहार इलाके में रविवार को टंकी ढहने से उसके मलबे में दबकर दो महिलाओं की मौत हो गई थी और 11 लोग घायल हो गये।
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बयान के मुताबिक सहायक अभियंता ललित मोहन, कनिष्ठ अभियंता बीरेंद्र पाल और रवींद्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही तत्कालीन सहायक अभियंता दिव्यांशु कुमार सिंह के खिलाफ अनुशासनात्मक जांच शुरू की गई है। यूपी जल निगम (शहरी) ने तीन कंपनियों और कई कर्मचारियों के खिलाफ मथुरा के कोतवाली पुलिस स्टेशन में धारा 304 के तहत एफआईआर दर्ज की है। मामले से जुड़ी तकनीकी कमियों की जांच के लिए यूपी जल निगम गाजियाबाद क्षेत्र के मुख्य अभियंता की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई है।
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आगे बताया कि समिति गहन जांच करने और विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए आईआईटी दिल्ली या आईआईटी कानपुर जैसे संस्थानों से सहायता मांगेगी। इस बीच, मथुरा जिला प्रशासन ने पानी की टंकी ढहने की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है और उसे एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
डीएम ने बताया कि जल निगम ने गंगाजल पेयजल परियोजना के तहत छह करोड़ रुपये की लागत से टैंक का निर्माण 2021 में पूरा किया था। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा और आसपास के घरों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण कराया जाएगा।