हरियाणा ( रिपोर्ट- राहुल सहजवानी ): अभी कोरोना महामारी से देश ठीक से संभला भी नहीं है की एक और नई मुसीबत की सुगबुगाहट सरकार और लोगों को डराने लगी है। जी हां हम जिक्र कर रहे हैं पंचकूला के बरवाला इलाके में रहस्यमय तरीके से दम तोड़ने वाली मुर्गियों का। अचानक से मरने वाली मुर्गियों की संख्या इतनी ज्यादा है कि इसने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
यमुनानगर के विभिन्न इलाकों में सैंकड़ों मुर्गी फार्म है जहा लाखों मुर्गिया है। पूरे हरियाणा प्रदेश में बर्ड फ्लू की अफवाह फैलती जा रही है जिसके चलते पहले लॉक डाउन की मार झेल चुके मुर्गी पालन उद्योग से जुड़े लोगों को खासी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं।
हालांकि पंचकूला पशुपालन विभाग द्वारा इन मुर्गियों के सैंपलों को एकत्रित कर उन्हें जालंधर और भोपाल स्थित लैब में भेजा दिया है। इन सैंपलों की टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात की पुष्टि हो सकती है कि मुर्गियों की मौत के पीछे बर्ड फ्लू जैसा घातक वायरस जिम्मेदार है या फिर कुछ और ?
अंडा मार्किट के साथ मुर्गी व्यवसाय से जुड़े किसानों की चिंताएं बढ़ी, सुरक्षा को लेकर अलर्ट पर-
फिलहाल इस दौरान अफवाहों का दौर भी शुरू हो चुका है। और इसका असर अंडे की डिमांड और कीमत पर भी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। लोग अंडे का सेवन करना कम कर रहे हैं जिसके चलते डिमांड के साथ-साथ इनके दाम भी घट रहे हैं।
पूरे हरियाणा प्रदेश में बर्ड फ्लू की अफवाह फैलती जा रही है जिसके चलते पहले लॉक डाउन की मार झेल चुके मुर्गी पालन उद्योग से जुड़े लोगों को खासी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं।
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यमुनानगर के फार्मरों का कहना है कि वह डॉक्टरों से दिशानिर्देश लेकर हर तरीके से एहतियात बरत रहे हैं। और उन्होंने पहले की अपेक्षा सैनिटाइजिंग और स्प्रे भी बढ़ा दिया है। हालांकि मुर्गी पालन उद्योग से जुड़े लोगों का यह भी कहना है कि सर्दी से भी मुर्गियों की मौत हो सकती है। लेकिन असली हकीकत टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी। कुछ फार्मरों का कहना है कि अफवाहों का असर उनके व्यवसाय पर बहुत पड़ रहा है।
क्या कहते हैं पशुपालन विभाग के विशेषज्ञ-
पशुपालन विभाग के विशेषज्ञ व डॉ टीपी सिंह का कहना है कि देश के कई इलाकों में बर्ड फ्लू के बारे में जानकारी सामने आई है। उन्होंने कहा कि इनमें से ज्यादातर इलाकों में माइग्रेट बर्ड फ्लू की बातें सामने आई है। हिमाचल में बाहरी देशों से पक्षी आते हैं जहां इस तरह की बातें सामने आ रही हैं। वही राजस्थान में कौवो के मारे जाने की सूचना है ।इसी तरह केरल व मध्यप्रदेश में भी सूचनाएं मिली हैं।
उन्होंने कहा कि बरवाला में 70 से 80% मुर्गियों के मरने की सूचनाएं मिली हैं ।इनके सैंपल लिए गए हैं, जो सोनीपत और भोपाल के लैब में भेजे गए हैं। वहां की रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगा कि इनमें कौन सा वायरस था। फिलहाल अभी की जानकारी के मुताबिक इनमें रानीखेत बीमारी के लक्षण मिले हैं ।और उसी के हिसाब से मुर्गी फार्मर को दवाइयां वा हिदायतें जारी की गई हैं।
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