देश की राजधानी में 55 जगहों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है। इस दौरान सायरन बजते ही लोग सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ पड़े। घायलों को स्ट्रेचर पर ले जाने की तैयारी की समीक्षा की गई। वहीं रात 8 बजे से 8.15 बजे तक ब्लैकआउट होगा।
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राष्ट्रव्यापी मेगा सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल ‘ऑपरेशन अभ्यास’ के तहत युद्ध जैसी आपात स्थिति के लिए लोगों को जागरूक किया गया। इस दौरान हवाई हमलों, कई अग्नि आपात स्थितियों और खोज और बचाव कार्यों में लोगों की मदद और राहत के लिए विभागों ने अपनी तैयारी परखी। कई स्थानों पर पीसीआर वैन और दमकल गाड़ियां तैनात की गईं, जबकि सुरक्षा कर्मियों और सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों की भारी तैनाती की गई।
खान मार्केट में, अलार्म सायरन बजाए गए और लोगों को निकासी अभ्यास के हिस्से के रूप में भागने के लिए कहा गया। वहीं चांदनी चौक में, सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों, कर्मियों और एनसीसी कैडेटों की उपस्थिति में एक मॉक ड्रिल की गई। टाउन हॉल के पास चांदनी चौक में निकासी अभ्यास शुरू होने पर बाजार क्षेत्र में अलार्म सायरन बज रहे थे, जिससे लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे थे। बचाव प्रयासों की शुरुआत का संकेत देते हुए दूसरा सायरन बजाया गया।
मॉक ड्रिल के दौरान स्वयंसेवकों को घायलों को बचाने के लिए कहा गया, जबकि लोगों से शांत रहने और घायलों की मदद करने के लिए कहा गया। दिल्ली अग्निशमन सेवा की क्रेन का इस्तेमाल ऊंची इमारतों तक पहुंचने और फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए किया गया। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सायरन बजाया गया। डॉक्टरों की एक टीम और कई एंबुलेंस के साथ फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं।
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एनडीएमसी बिल्डिंग में, अलार्म सायरन बजाया गया और कर्मचारियों को बाहर निकाला गया और बेसमेंट में ले जाया गया। वहीं आरबीआई बिल्डिंग में एक मॉक ड्रिल भी की गई, जिसमें कांच की खिड़कियों से दूर रहने और दोनों हाथों से सिर को ढककर छिपने के लिए सुरक्षित जगह खोजने के निर्देश दिए गए।
