Mizoram: मिजोरम (Mizoram) के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच. लियानजेला ने सोमवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में राज्य में कम वोटिंग की वजह मतदाताओं में उत्साह की कमी थी। मिजोरम की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए शुक्रवार को 56.68 फीसदी वोटिंग हुई।
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एच. लियानजेला ने कहा कि आइजोल जिले के सबसे कम वोटिंग दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि शायद ही राष्ट्रीय राजनीति दूर-दराज के इलाकों को प्रभावित करती है। एच. लियानजेला ने कहा, “मुझे लगता है कि मतदाता इसमें दिलचस्पी नहीं रखते हैं क्योंकि मिजोरम जैसे छोटे राज्य के संसदीय चुनाव के लिए कोई बड़ा राजनैतिक मुद्दा नहीं था और दूसरी बात ये कि राजनैतिक दलों की तरफ से जमीनी स्तर पर मतदाताओं के लिए कोई रणनीति नहीं बनाई गई थी।
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मिजोरम के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी एच. लियानजेला ने कहा कि मुझे लगता है कि मतदाता रुचि नहीं रखते हैं क्योंकि मिजोरम जैसे छोटे राज्य के संसदीय चुनाव के लिए कोई बड़ा राजनैतिक मुद्दा नहीं था और दूसरी बात ये है कि राजनैतिक दलों और उनके उम्मीदवारों की तरफ से जमीनी स्तर पर मतदाताओं के लिए कोई रणनीति नहीं थी। तीसरी बात जो मतदाता मिजोरम के बाहर काम कर रहे हैं या पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें घर वापस आकर वोट डालने और अपनी मेहनत की कमाई खर्च करने का कोई मतलब नहीं दिखता है।
वे उम्मीदवारों के मजबूत प्रभाव को नहीं जानते हैं। आइजोल जिले के मामले में ये सच है क्योंकि सबसे कम मतदान दर्ज किया गया था। मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि मिजोरम के दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के दैनिक जीवन पर राष्ट्रीय राजनीति का शायद ही कोई प्रभाव हो जब तक हम संविधान के तहत मतदान को अनिवार्य नहीं बनाते और जब तक मतदान वास्तविकता नहीं बन जाता, शहरी क्षेत्रों में बहुत ज्यादा फीसदी मतदान की उम्मीद नहीं की जा सकती।