Depression: डिप्रेशन (Depression) कई प्रकार के होते हैं ये तो आपको पता ही होगा लेकिन महिलाओं और पुरुषों में भी डिप्रेशन अलग-अलग होते हैं ये बहुत कम लोगों को पता होता है। महिलाओं और पुरुषों दोनों में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने तरीका अलग होता है। महिलाओं के मुकाबले पुरुष अपनी भावनाओं को ज्यादा व्यक्त नहीं कर पाते हैं और उसे अपने मन में ही रख लेते हैं, जिससे ज्यादातर पुरुष डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं।
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जितना जरुरी महिलाओं के लिए उनकी भावनाओं को व्यक्त करना है उतना ही पुरुषों के लिए भी है। महिलाएं अपनी भावनाओं व्यक्त करने के लिए अक्सर रो पड़ती हैं लेकिन पुरुषों के आंसु बहुत कम निकलते हैं। वो अपनी भावनाओं को अपने अंदर ही समेटे रहते हैं और अनेक प्रकार के मानसिक परेशानिओं का सामना करते हैं, जिसकी वजह से पुरुषों में महिलाओं की अपेक्षा अधिक गुस्सा देखने को मिलता है।
मायोक्लिनिक के मुताबिक पुरुषों में और महिलाओं में डिप्रेशन के प्रकार अलग-अलग होते हैं। ऐसा क्यों होता है इस बात की कोई पुष्टि तो अभी तक नहीं हो पाई है लेकिन ये अनुमान लगाया गया है कि ब्रेन में केमिकल रिएक्शन हार्मोनल बदलाव और लाइफ एक्सपीरिएंस के कारण ऐसा हो सकता है। इसके अलावा इसकी दूसरी वजह पुरुषों का अपन भावनाओं को दबा लेना भी हो सकता है।
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पुरुषों में डिप्रेशन के लक्षणों में महिलाओं की तरह उदासी, खालीपन, बहुत अधिक थकान, बहुत कम नींद या फिर अधिक सोना और फेवरेट गतिविधियों में दिलचस्पी नहीं होना शामिल हैं। पुरुषों में डिप्रेशन के लक्षणों के अलावा, वे अकेले रहना चाहते हैं और अपने पार्टनर, परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलना नहीं चाहते हैं। इसलिए वह पूरे समय काम पर करते हैं और खुद को व्यस्त रखते हैं।
शारीरिक लक्षणों में सिर दर्द, पाचन समस्या, थकान शामिल हैं। इसके अलावा, वे तनाव को कम करने के लिए अधिक नशा करने लगते हैं। साथ ही, हिंसक व्यवहार और दूसरों को अपमानजनक व्यवहार डिप्रेशन का एक बड़ा लक्षण हैं।