नासिक जिले के प्याज व्यापारियों की अपनी तमाम मांगों के समर्थन में हड़ताल जारी है। जिले के कई हिस्सों में लगातार बारिश से राज्य के प्याज किसानों को स्टोरेज यूनिट्स में उनकी पैदावार सड़ने के कारण बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है।
आपको बता दे कि लगातार छह दिनों से नासिक जिले की बाजार समितियों में प्याज की नीलामी बंद है। इन छह दिनों में अंदाजन 07 लाख क्विंटल से ज्यादा प्याज की आवक रुकी है. इतना ही नहीं 100 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार बाधित हुआ है. इससे न केवल व्यापारियों को घाटा हुआ है बल्कि किसान भी बहुत नुकसान में हैं। तभी किसानों और व्यापारियों की नजर महाराष्ट्र के वित्त मंत्री अजित पवारके साथ मंगलवार को होने वाली बैठक पर है. इससे पहले जिले में किसानों का प्याज भी सड़ने लगा है। मामले में 25 सितंबर महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक किसान संघ ने वाणिज्य मंत्री के साथ बैठक से पहले लासलगांव बाजार समिति में प्याज उत्पादकों की एक बैठक बुलाई थी।
जो प्याज सड़ने या अंकुरित होने लगी है, उसे छांटने के लिए मजदूरों को लगाया गया है, जिससे किसानों को एक्स्ट्रा खर्च उठाना पड़ रहा है।
प्याज के लिए एशिया की सबसे बड़ी थोक मंडी में पिछले सात दिनों से प्याज की नीलामी नहीं हुई है।
Read also –जानवरों की चर्बी से बना नकली घी और वनस्पति
जिसमे प्याज एक्सपोर्ट पर लगी 40 % निर्यात शुल्क हटाने और NAFED-NCCF प्याज एपीएमसी मार्केट में ना बेचें ऐसी मांग की और सरकार से व्यापारियों की हड़ताल को जल्द खत्म कर प्याज की नीलामी शुरू करने की अपील की हैव्यापारी प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाए जाने से नाराज हैं और निर्यात शुल्क कम करने की मांग कर रहे हैं। इस पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को हुई बैठक बेनतीजा रही थी।