Himachal Disaster: हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और उनकी मां प्रतिभा सिंह ने शिमला के समेज गांव का दौरा किया है। हिमाचल प्रदेश के शिमला में आए भूस्खलन और बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने शनिवार को कहा कि सरकार लोगों की मदद कर रही है और रेस्क्यू ऑपरेशन मजबूती से चलाया जा रहा है।
पीटीआई से बात करते हुए कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “सरकार इसमें पूरा सहयोग कर रही है, पूरी मदद कर रही है। मुख्यमंत्री जी कल खुद इस साइट पर आए थे, उन्होंने प्रशासन को खुद निर्देश दिए हैं। हर परिवार को 50 हजार की फौरी राहत देने की घोषणा की गई है। इसके अलावा रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहे हैं, जिसमें पीडब्लूडी, आईपीएच, पुलिस, होमगार्ड और पैरा मिलिट्री के साथ सेना लगी हुई है। हमारा यही प्रयास है कि इसमें फंसे लोगों की डेड बॉडी को निकाला जाए। अगर लोग फंसे भी हैं, तो उन्हें भी निकाला जा सके।”
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हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और बादल फटने की वजह से मनाली-चंडीगढ़ हाइवे का हिस्सा खराब हो गया।इस हादसे में आठ लोगों की जान चली गई और कई कुछ अभी भी लापता हैं।एनएचएआई शनिवार को एनएच तीन पर मनाली के पास मरम्मत का काम चला रहा है।सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, पुलिस (एसडीआरएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), पुलिस और होम गार्ड की टीमों के कुल 410 बचावकर्मी शामिल हैं।
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हिमाचल को हुआ 655 करोड़ रुपये का नुकसान – हिमाचल प्रदेश भारी बारिश और बाढ़ की वजह से सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान हुआ है। कई जगहों पर सड़कें, पुल, बांध क्षतिग्रस्त हो गई हैं।हिमाचल सरकार के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ओंकार शर्मा ने कहा, “अब तक मानसून और बारिश की वजह से 140 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं अब तक मानसून में 655 करोड़ का अनुमानित नुकसान प्रदेश को हुआ है।हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने के बाद लापता हुए लगभग 45 लोगों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान शनिवार को फिर से शुरू हो गया।