अजय पाल – अगर आप ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए सोच रहे है तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा। अब आपको स्थायी लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदक को पहले एक माह की ट्रेनिंग लेनी होगी। ट्रेनिंग का प्रमाण पत्र आवेदन के साथ लगाना होगा। तभी ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकेगा।
जानिए क्यो बनाए गए नए नियम
उत्तर प्रदेश में सड़क हादसे तेजी से बढ़ रहे है। बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए शासन ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया में बदलाव किया है।
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जल्द खोले जाएगे ट्रेनिंग स्कूल
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में ट्रेनिंग स्कूल खोलने की प्रक्रिया को शुरु कर दिया गया है। अभी उत्तर प्रदेश में ड्राइविंग स्कूलों की कमी है। अभी तक यह नियम नहीं थे आपको बता दें कि पहले अस्थायी लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया होती है। अस्थायी लाइसेंस बनने के बाद छ माह के भीतर ही स्थाई लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन करना होता था। अभी तक स्थाई लाइसेंस बनवाने में ड्राईविंग की ट्रेनिंग प्रमाणपत्र लगाने की आवश्यकता नहीं होती थी। RTO कार्यालय में वाहन चलाकर देखने के बाद ही आवेदक को लाइसेंस बनवाने की मंजूरी मिल जाती थी।