(राहुल सहजवानी): ऐसे ठगों से सावधान कही आप भी न हो जाये ठगी का शिकार और कब आप विश्वास में आकर अपने पैसे अपने ही किसी को मदद के लिए दे दे। लेकिन दरअसल वो मदद नही ठगी का नया तरीका है। जिसे आप मदद समझ कर हो जाएंगे ऐसे ठगों का शिकार। लोगो की मेहनत की कमाई पर डाका डालने के लिए ठग आये दिन नए नए तरीक़े ढूंढते है।ऑनलाइन ठगी तो आम हो चुकी है कभी ओटीपी के ज़रिए तो कभी किसी प्रोडक्ट के ज़रिए लोगो को बेवकूफ़ बनाकर उनके खाते से पैसे उड़ा दिए जाते है। लेकिन यमुनानगर में जो मामला सामने आया उसे जानकर आप हैरान हो जायेंगे। कैसे आस्ट्रेलिया गए युवक के जेल में बन्द होने की बात कहकर उसके अंकल से 60 हज़ार ठग लिए। ठगी का शिकार हुए महावीर प्रसाद ने बताया कि मुझे फोन पर यमुनानगर के इंद्रजीत जो कि ऑस्ट्रेलिया में रहता है उसके आस्ट्रेलिया में किसी क्लब में झगड़ा होने की बात बताई और बताया कि झगड़े में इंद्रजीत ने वेटर का सिर फोड़ दिया है और वो जेल में बन्द है। इसके लिए 2 लाख 60 हजार चाहिए। ये भी कहा गया कि उसके घर मे इस बात का ज़िक्र न किया जैसे ही वो जेल से छूटेगा सारे पैसे दे देगा। इतना ही नहीं उन लोगों ने इंद्रजीत की आवाज में फ़ोन कॉल भी किया।
जिसके बाद मैने 40 हजार किसी से उधार लिए और 20 हजार ख़ुद के टोटल 60 हजार बताए गए खाते में डाल दिये। बताया गया कि 2 लोग आपको वकील ने छुड़वा दिया है। जब इंद्र की आवाज में फोन आया उसने पंजाबी में मुझसे बात की तो मैंने उससे पूछा कि है उसका नंबर नहीं है तो उसने कहा कि मेरे क्रेडिट कार्ड पासपोर्ट फोन सब इनके पास बंद है आप मदद कर दो और घर पर मत बताना घर वालों की बेजती हो जाएगी । मैं बाहर आते ही आपको पैसे दे दूंगा। इसके बाद उन्होंने मुझे एक व्यक्ति की फोटो भेजिए जिसके सिर पर चोट लगी थी उस फोटो को देख कर मैं डर गया कि कहीं कोई लंबा केस ना हो जाए जब मैंने इंदर के परिवार में इस बारे में बात की तब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में फोन कर पूछा तो पता लगा कि इंद्रजीत बिल्कुल सही है और जिस तरीके से बार-बार वह मुझसे पैसे मांग रहे थे तो मुझे लगा कि मेरे साथ फ्रॉड हुआ है। अब इस मामले में बैंक को भी बताया था बैंक द्वारा कहा गया कि उनके खाते से पैसे कट चुके हैं। इस मामले की शिकायत साइबर पुलिस को दी गई है।
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डीएसपी रजत गुलिया ने बताया कि हमें इंद्रजीत यादव की तरफ से एक शिकायत प्राप्त हुई है और बताया गया है कि उनके किसी जानकार को उसके ऑस्ट्रेलिया में जेल में बंद होने की बात कहकर ₹60 हजार ठग लिए गए । इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। वहीं डीएसपी रजत गुलिया ने बताया की गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार हर महीने के बुधवार को साइबर अपराध के प्रति लोगों में जागरूकता के लिए जगह-जगह कार्यक्रम किए जाते हैं। वहीं उन्होंने कहा कि बार-बार हम भी जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को यही समझाते हैं कि किसी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें । किसी अनजान व्यक्ति की बात पर विश्वास ना करें। अपना ओटीपी बैंक डीटेल्स किसी के साथ शेयर ना करें किसी अनजान वेबसाइट पर क्लिक ना करें । फिर भी यदि आपके साथ साइबर अपराध हो जाता है तो तुरंत डायल 112 और टोल फ्री नंबर 1930 पर फोन किया जाए अगर समय रहते फोन किया जाए तो खाते में से कटने वाले पैसे उसी समय फ्रीज हो जाएंगे। सभी लोग सावधानी बरतें क्योंकि साइबर क्राइम से जुड़े लोग नए नए तरीके अपनाकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं ।इसलिए हम सभी को सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है।