NHAI: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने सर्दियों के मौसम में कोहरे की वजह से दृश्यता कम होने की समस्या को ध्यान में रखते हुए राजमार्गों का इस्तेमाल करने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए कई उपाय किए हैं। सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी गई। आधिकारिक बयान के मुताबिक, इन सुरक्षा उपायों को दो श्रेणियों- ‘इंजीनियरिंग’ और ‘सुरक्षा जागरूकता’ में विभाजित किया गया है। NHAI
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इंजीनियरिंग उपायों के तहत राजमार्गों पर वाहन संचालन संबंधी क्षतिग्रस्त संकेतों और सड़क पर लगे छोटे चिन्हों को सुव्यवस्थित करना, फीके या बदरंग हो चुके निशानों की मरम्मत, रोशनी परावर्तित करने वाले चिन्हों और धातु बीम के टक्कर-रोधी बैरियर जैसे सुरक्षा उपकरणों पर चमकदार पीले स्टिकर लगाना शामिल हैं।NHAI
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इनके अलावा राजमार्गों के निर्माणाधीन क्षेत्रों में बैरिकेड लगाने और रास्ता बदलने के संकेत जैसे सुरक्षा उपाय भी राजमार्गों पर किए गए हैं। वहीं, सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को कम दृश्यता के बारे में सचेत करने वाले कदम उठाए गए हैं। इनमें इलेक्ट्रॉनिक साइनबोर्ड पर ‘कोहरे की स्थिति संबंधी अलर्ट’ और गति सीमा प्रदर्शित करना, सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली के जरिए चेतावनी देना, इलेक्ट्रॉनिक बिलबोर्ड, रेडियो एवं सोशल मीडिया पर सार्वजनिक सूचना प्रसारित करना शामिल है।NHAI
बयान के मुताबिक, एनएचएआई के फील्ड कार्यालयों को साप्ताहिक आधार पर रात में राजमार्गों का निरीक्षण करने और अतिरिक्त जरूरी इंतजामों के लिए स्थानों की पहचान करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, घने कोहरे वाले इलाकों में हाईवे पेट्रोल वाहन भी तैनात किए जाएंगे, जिनमें यातायात संबंधी मार्गदर्शन के लिए ब्लिंकिंग बैटन होंगे।अधिकारी और कार्यकर्ता सुरक्षा गतिविधियों के दौरान रोशनी परावर्तित करने वाली जैकेट पहनेंगे।एनएचएआई ने कहा कि इन उपायों का उद्देश्य सर्दियों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर दुर्घटनाओं की आशंका को कम करना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
