हरियाणा (रिपोर्ट – विकास मेहला) : करनाल अनाज मंडी में गेहूं की खरीद भले ही प्रशासन की तरफ से शुरू हो गई हो लेकिन धरातल पर वो नज़र नहीं आ रही । किसान मार्किट कमेटी के दफ्तर के बाहर दरी बिछाकर बड़ी संख्या में पंचायत कर यह मांग कर रहे है कि उन्हें बिना मैसेज के गेट पास दिया जाए और उनकी फसल को खरीदा जाए।
गौरतलब है कि मंडियों में गेहूं की खरीद शुरु हो चुकी है लेकिन व्यवस्था सही ना होने के कारण किसानों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । बता दें किसानों की एंट्री मंडी में तब तक नही होगी जब तक की किसानों के पास मैसेज नहीं आएगा ।
दरअसल हरियाणा सरकार ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पाॅर्टल की शुरुआत की थी । जिसमें किसान अपनी फसल का ब्यौरा ऑनलाइन दर्ज करवा सकता है इसी के माध्यम से राज्य सरकार सुनिश्चित कर बीमा कवर व प्राकृतिक आपदाओं के कारण मुआवजे प्रदान करती है । लेकिन फिलहाल कुछ ऐसे किसान है जिनका ऑनलाइन ब्यौरा होने के कारण अब तक उनके पास मैसेज नही आया है जिसके कारण फसल पूरी होने के बावजूद किसानों को मंडियों में एंट्री नही मिल रही है, यही वजह है कि किसानों में इस व्यवस्था को लेकर बेहद गुस्सा है ।
क्या है किसानों की समस्या ?
करनाल की अनाज मंडी के अंदर मार्किट कमेटी के दफ्तर के बाहर किसान गेहूं की ट्रॉली के साथ बड़ी संख्या में बैठ गए और पंचायत की । किसानों की मांग है कि अगर उनकी फसल तैयार है तो किसी भी दिन मंडी में किसानों को आने दिया जाए क्योंकि बहुत से ऐसे किसान है जिनको मैसेज चला गया है पर उनकी फसल तैयार नहीं है वहीं जिनकी फसल कटकर तैयार है उन्हें मैसेज नहीं गया। साथ ही साथ खेत में गेहूं में आग लगने का डर भी बना रहता है। किसानों ने कहा कि हमारी इस मांग को प्रशासन और सरकार को मानना पड़ेगा वरना हम अपना प्रदर्शन रोजाना करेंगे।
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फिलहाल मैसेज ने मंडी में गेहूं की खरीद को लेकर इतनी असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है कि किसान परेशान हो रहा है, किसान का कहना है कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद भी ये समस्या आ रही है। ऐसे में किसानों की समस्या सरकार और प्रशासन को समझनी चाहिए वरना मंडी अभी बिल्कुल खाली हैं लेकिन आने वाले दिनों में मंडी में एक दम से ज़्यादा संख्या में ट्रॉलियां पहुंचेगी जिससे व्यवस्था और चरमरा जाएगी।