केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल द्वारा राज्यसभा में की गई टिप्पणी पर कई विपक्षी दल लगातार कड़ी आलोचना कर रहें है। इसी कड़ी में गुरुवार सुबह राज्यसभा में सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल द्वारा बिहार पर की गई टिप्पणी को लेकर RJD-JDU के सांसदों ने संसद में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं ने इस पर आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि बीजेपी बिहार को बदनाम करने में लगी हुई है।
बीते दिन विवादित टिप्पणी पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है की देखिए,कैसे एक विवेकहीन व अहंकारी केंद्रीय भाजपाई मंत्री सदन के अंदर बिहार और बिहारियों का अपमान कर रहे है? इनके गृह राज्य महाराष्ट्र से 2.5लाख करोड़ के प्रोजेक्ट्स गुजरात चले गए लेकिन बेचारे चूँ तक नहीं कर सके,यही इनकी हैसियत है। बिहार BJP के नाकारा सांसदों ने जमीर बेच दिया है।
विवादित टिप्पणी के बाद से सियासत में हल चल मच गई है। विपक्ष ने बयान को लेकर नाराजगी जाहिर की है। प्रदर्शन के दौरान विपक्ष की तरफ से मांग की गई की पीयूष गोयल बिहार के अपमान के लिए माफ़ी मांगे। बिहार का यह अपमान हिंदुस्तान नहीं सहेगा। बिहार के साथ ये भेद-भाव करना केंद्र सरकार को बंद करना होगा।
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इस मुद्दे पर आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने भी एक पत्र लिखा था। दरअसल बीते दिनों मनोज झा राज्यसभा में अपना पक्ष रख रहे थे, तभी बीच में केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ‘इनका बस चले तो देश को बिहार बना दें। इस टिप्पणी का मनोज झा ने विरोध किया और कहा कि आप मुझ पर टिप्पणी कर लें, लेकिन मेरे राज्य बिहार को लेकर ऐसी टिप्पणी ना करें।