Puri Rath Yatra Stampede :ओड़िशा पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान गुंडिचा मंदिर के पास हुई भगदड़ में तीन लोगों की मौत और 50 से अधिक के घायल होने की घटना ने ओडिशा सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना को “अक्षम्य लापरवाही” का परिणाम बताते हुए माफी मांगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया। उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए 25 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए, जिसे 30 दिनों में पूरा करने का निर्देश है।
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वही दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस सांसद सप्तगिरि उलाका ने कांग्रेस ने पुरी में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा भगदड़ में श्रद्धालुओं के हताहत होने को अत्यंत गंभीर घटना बताते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी से इस्तीफा देने की मांग करते हुए कहा है कि घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए।इस बीच, विपक्षी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सरकार पर भीड़ प्रबंधन में “घोर अक्षमता” का आरोप लगाया, इसे “निंदनीय विफलता” करार दिया। उन्होंने दावा किया कि घटना के समय भीड़ नियंत्रण के लिए कोई सरकारी तंत्र मौजूद नहीं था।
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इस घटना के कारणों में अचानक भीड़ का उमड़ना और रथ यात्रा के लिए सामग्री ले जा रहे दो ट्रकों का भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में प्रवेश करना भी बताया जा रहा है, जिससे अफरा-तफरी मच गई। फिलहाल राज्य सरकार ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत करने का भरोसा दिया है।
