नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को भारत के पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के लिए “पारस्परिक शांति और समृद्धि के हित” में जम्मू-कश्मीर विवाद को हल करने का आह्वान किया। दरअसल शहबाज शरीफ ने हाल ही में पाकिस्तान के 23वें पीएम की सत्ता संभाली है। इस मौके पर 11 अप्रैल को पीएम मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई देते हुए शरीफ के नाम एक पत्र भी लिखा था। उस पत्र में पीएम मोदी ने आतंक मुक्त क्षेत्र की बात कही थी, जिसके जबाव में पाकिस्तानी पीएम ने भी पत्र लिखकर जबाव दिया है।
पीएम मोदी के बधाई संदेश के जवाब में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान, भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक संबंध चाहता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘शुभकामनाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मादी को धन्यवाद। पाकिस्तान, भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक संबंध का इच्छुक है। हालांकि भारत भी यह कहता रहा है कि वह पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी की तरह रिश्ते चाहता है, लेकिन इस तरह के संबंध के लिए आतंक मुक्त माहौल बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद पर होगी।
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पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पीएम मोदी के बीच दुआ सलाम का यह सिलसिला तब शुरू हुआ जब इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिये अपदस्थ किये जाने के अगले दिन शरीफ को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री निर्वाचित किया गया था। पीएम मोदी ने ट्वीट करके शरीफ को बधाई दी थी और कहा था कि भारत आतंकवाद मुक्त क्षेत्र में शांति और स्थायित्व का इच्छुक है।
हालांकि, पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पीएम मोदी को पत्र लिखकर अपने देश में ही फंसते नजर आ रहे हैं।पीएम मोदी को लिखे पत्र में शहबाज शरीफ ने लिखा कि दोनों देशों की शांति और विकास के लिए जम्मू-कश्मीर और अन्य विवादित मुद्दों का समाधान किया जाना चाहिए। पत्र के लहजे को लेकर पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक और भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त रह चुके अब्दुल बासित ने शहबाज शरीफ पर निशाना साधते हुए कहा है कि ये बहुत कमजोर प्रतिक्रिया है।