नई दिल्ली: कोरोना के चलते देश में टीकाकरण अभियान जोरों पर है लेकिन अभी भी कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें वैक्सीन की एक भी डोज नहीं मिली है।
वहीं, महाराष्ट्र के मुंबई में कुछ दर्जन स्वास्थ्यकर्मियों, कुछ राजनेताओं और उनके कर्मचारियों ने पिछले दिनों वैक्सीन की तीसरी खुराक ले ली है।
हालांकि, कई पश्चिमी देशों में एक बूस्टर शॉट लगाया जा रहा है, लेकिन भारत में यह चर्चा का विषय बना हुआ है। केंद्र ने गुरुवार को कहा कि यह प्राथमिकता नहीं है।
मीडिया को कई स्रोतों ने पुष्टि की है कि स्वास्थ्य कर्मियों ने अलग-अलग अस्पतालों में तीसरा शॉट लिया है। उन्होंने को-विन पर पंजीकरण के बिना या एक अलग फोन नंबर का उपयोग करके ऐसा किया है। माना जा रहा है कि कई लोगों ने इसे लेने से पहले एंटीबॉडी लेवल की जांच करवाई थी।
एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि इस सूची में मुख्य रूप से ऐसे डॉक्टर शामिल हैं जिन्होंने फरवरी तक अपनी दोनों खुराकें पूरी कर लीं और जांच करने पर उनके एंटीबॉडी के स्तर में कमी पाई गई।
एक युवा राजनेता, उनके पति और स्टाफ के सदस्यों के भी बूस्टर जैब लेने की खबर है। अस्पताल के एक सूत्र ने कहा कि कोविशील्ड बूस्टर खुराक का विकल्प रहा है।
उन्होंने बताया कि इस काम के लिए कुछ मामलों में वैक्सीन वायल से 11वां डोज निकाला गया है। एक अन्य अस्पताल ने बताया कि कुछ अन्य मामलों में तीसरा डोज उन वायल से हासिल किया गया है, जिसमें कुछ ही खुराकें बची हुई थीं और उन्हें हासिल करने वाला कोई नहीं था।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों ने अपने साथियों के बीच ब्रेकथ्रू इंफेक्शन के मामले देखे हैं और वे नए वेरिएंट्स को लेकर चिंतित हैं।