Pm Modi-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका की अपनी ‘बहुत सार्थक’ यात्रा पूरी की। इस दौरान उन्होंने ‘ऐतिहासिक’ 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया और इन देशों के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत करने के लिए विश्व के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें की।
कोविड-19 महामारी के कारण लगातार तीन साल तक डिजिटल बैठकों के बाद पीएम मोदी पहले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका पहुंचे थे। बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की और क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। गुरुवार को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर ईरान, सेनेगल और मोजाम्बिक के राष्ट्रपतियों सहित कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर बातचीत के दौरान पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ”अनसुलझे” मुद्दों पर भारत की चिंताओं से भी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अवगत कराया।
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ब्रिक्स ने गुरुवार को अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को समूह के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल करने का फैसला किया। छह देशों और देशों के जुड़ने के साथ ब्रिक्स में सदस्यों की कुल संख्या वर्तमान पांच से बढ़कर 11 तक पहुंच जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी अपने ग्रीक समकक्ष किरियाकोस मित्सोताकिस के निमंत्रण पर शुक्रवार को एथेंस जाएंगे। मोदी की एथेंस यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि सितंबर 1983 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की यूनान यात्रा के बाद ये किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी।