प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया एक्सपो मार्ट में विश्व डेयरी शिखर सम्मेलन का किया उद्घाटन

(प्रदीप कुमार): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के ग्रेटर नोएडा में इंडियन एक्सपो मार्ट में विश्व डेयरी शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विश्व के अन्य विकसित देशों से अलग, भारत में डेयरी सेक्टर की असली ताकत छोटे किसान हैं। आज भारत में डेयरी कोऑपरेटिव का एक ऐसा विशाल नेटवर्क है, जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है। इस सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि डेयरी सेक्टर का सामर्थ्य ना सिर्फ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देता है, बल्कि ये दुनिया भर में करोड़ों लोगों की आजीविका का भी प्रमुख साधन है।

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ समय में भारत के अनेक राज्यों में लंपी नाम की बीमारी से पशुधन की क्षति हुई है। विभिन्न राज्य सरकारों के साथ मिलकर केंद्र सरकार इसे कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है।पीएम मोदी ने वैश्विक मंच से बताया कि भारत ने लम्‍पी बीमारी से निपटने के लिए स्‍वदेशी एंटी लम्‍पी वैक्‍सीन तैयार कर ली है सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत, डेयरी पशुओं का सबसे बड़ा डेटाबेस तैयार कर रहा है। डेयरी सेक्टर से जुड़े हर पशु की टैगिंग हो रही है। आधुनिक तकनीक की मदद से हम पशुओं की बायोमीट्रिक पहचान कर रहे हैं। पिछले कुछ समय में भारत के अनेक राज्यों में लंपी नाम की बीमारी से पशुधन की क्षति हुई है। विभिन्न राज्य सरकारों के साथ मिलकर केंद्र सरकार इसे कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है। हमारे वैज्ञानिकों ने लंपी रोग की स्वदेशी वैक्सीन भी तैयार कर ली है। भारत में हम पशुओं के यूनिवर्सल वैक्सीनेशन पर भी बल दे रहे हैं। हमने संकल्प लिया है कि 2025 तक हम शत प्रतिशत पशुओं को फुट एंड माउथ डिजीज़ और ब्रुसेलोसिस की वैक्सीन लगाएंगे। हम इस दशक के अंत तक इन बीमारियों से पूरी तरह से मुक्ति का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।

 

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पीएम मोदी ने कहा कि खेती में मोनोकल्चर ही समाधान नहीं है, बल्कि विविधता बहुत आवश्यकता है। ये पशुपालन पर भी लागू होता है। इसलिए आज भारत में देसी नस्लों और हाइब्रिड नस्लों, दोनों पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ल्‍ड डेयरी समिट में गुजरात की बन्‍नी भैंस का भी जिक्र किया।पीएम ने बताया कि भीषण गर्मी में भी इस प्रजाति की भैंस कैसे किसानों का सहारा बनती हैं। साथ ही पीएम मोदी ने गोबर से भी पैसा कमाने की योजना के बारे में बताया।

ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट सेंटर में 12 से 15 सितंबर तक एक अंतरराष्ट्रीय आयोजन होगा. ये 15 सितंबर तक चलेगा।आज उद्धघाटन से पहले पीएम मोदी ने सम्मेलन में लगी प्रदर्शनी का जायज़ा भी लिया। सम्मेलन में पोषण एवं आजीविका के लिए डेयरी उद्योग पर 24 सत्र होंगे। इस वर्ल्ड डेयरी समिट में 91 विदेशी और 65 भारतीय विशेषज्ञ विश्वभर में नवाचार व डेयरी उद्योग को विकसित करने पर विचार रखेंगे। इसके साथ ही तीन तकनीकी सत्र भी होंगे।

48 साल बाद भारत वर्ल्ड डेयरी समिट की मेजबानी कर रहा है। इस सम्मेलन के लिए 11 हॉल तैयार किए गए हैं। जिसमें से तीन में प्रदर्शनी लगी है। इस प्रदर्शनी में डेयरी उद्योग में इस्तेमाल होने वाली तकनीक पेश की गयी हैं। इतना ही नहीं सभी हॉल को भारतीय गाय और भैंस की प्रजातियों के नाम पर ही रखा गया है। जिस हॉल में प्रधानमंत्री ने सम्मेलन को संबोधित किया उसका नाम गुजरात की प्रसिद्ध गिर गाय के नाम पर रखा गया है।

 

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