Political News: पीएम मोदी, रूस की अध्यक्षता में कज़ान में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 22, 23 अक्टूबर को रूस का दौरा करेंगे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस रवाना होने से पहले भारत को बड़ी कूटनीतिक कामयाबी मिली है,इससे भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में LAC पर जारी गतिरोध दूर होने का रास्ता साफ होता दिख रहा है।
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पीएम मोदी की रूस यात्रा से पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर पेट्रोलिंग को लेकर समझौता हुआ है। एलएसी पर गश्त को लेकर चीन से हुए समझौते की जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पिछले कई हफ्तों में हुई चर्चाओं के बाद भारत और चीन के बीच एलएसी पर पेट्रोलिंग गश्त को लेकर सहमति बन गई है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पिछले कई हफ्तों से भारत और चीन के बीच राजनयिक और सैन्य स्तर पर वार्ता हो रही थी।विदेश सचिव ने कहा कि चीन के साथ हमारा मुद्दों पर समझौता हुआ है। सैनिकों की वापसी और स्थिति के समाधान के लिए पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है। वहीं चीन के साथ द्विपक्षीय वार्ता पर सवाल के जवाब में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि हम अभी भी समय के अनुरूप काम कर रहे हैं। विदेश सचिव ने कहा कि, पिछले कई हफ्तों में हुई चर्चाओं के कारण भारत-चीन सीमा क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पेट्रोलिंग व्यवस्था पर एक सहमति बनी है। 2020 में इन क्षेत्रों में जो मुद्दे उठे थे, उनका समाधान हो रहा है।
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भारत और चीन के बीच LAC पर सीमा विवाद को लेकर हुए इस समझौते के बाद माना जा रहा है कि डेपसांग और डेमचॉक में दोनों देशों के सैनिक पुरानी जगह पर वापस लौटेंगे। इसी के साथ विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 16वें ब्रिक्स समिट में भाग लेने के लिए 22 अक्टूबर की अल सुबह कज़ान रवाना होंगे।भारत ब्रिक्स में बहुत महत्व रखता है और इसके योगदान ने आर्थिक विकास, सतत विकास और वैश्विक शासन सुधार जैसे क्षेत्रों में ब्रिक्स के प्रयासों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं।पिछले साल जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स के पहले विस्तार के बाद यह पहला शिखर सम्मेलन हो रहा है।