संभल हिंसा मामले को लेकर देश की सियासत गरमाई हुई है। विभिन्न सियासी दलों के नेताओं की लगातार प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार को कहा कि संभल मस्जिद का सर्वे करने के कोर्ट के आदेश और उसके बाद हुई हिंसा ने समाज में ज्यादा नफरत और विभाजन पैदा किया है।
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प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार को कहा कि,”जब राम मंदिर का फैसला सुनाया गया, तो ये भी फैसला लिया गया कि ऐसी किसी भी जांच की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। हमने संभल में ऐसा होते देखा है, जहां जिला अदालत ने एएसआई को वहां जाकर सर्वे करने का आदेश पारित किया।हमने वहां चल रही कार्रवाई देखी हिंसा देखी, कैसे लोगों ने अपनी जान गंवाई, और इसने समाज में और ज्यादा विभाजन कैसे पैदा किया, जिसकी इस समय जरूरत नहीं है।”
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उन्होंने इसके साथ ही कहा “किसी भी समय किसी भी समाज में इसकी आवश्यकता नहीं है। अब हम अजमेर में भी ऐसा ही होते हुए देख रहे हैं। कल वे हाजी अली (दरगाह), निजामुद्दीन के लिए आएंगे। ये कहां रुकेगा? हमें उन्हें रोकना है, अब ये सुप्रीम कोर्ट को फैसला लेना है कि क्या समय आ गया है कि स्पष्ट रूप से कहा जाए कि अतीत की गलतियों को खत्म कर दिया जाए, क्योंकि इससे समाज में और ज्यादा नफरत और विभाजन पैदा होगा।”