Air Pollution in Chandigarh: चंडीगढ़ में गुरुवार को देश में सबसे खराब एयर क्वालिटी दर्ज की गई। इस सीजन में पहली बार इसका एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स ‘गंभीर’ कैटेगरी में आ गया है।हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में भी हवा की क्वालिटी ‘बहुत खराब’ कैटेगरी और ‘खराब’ कैटेगरी में दर्ज की गई।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर ऐप के मुताबिक, चंडीगढ़ में दोपहर 12 बजे एक्यूआई 427 दर्ज किया गया। ये ऐप हर घंटे अपडेट प्रदान देता है।
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AQI 400 पार- आंकड़ों के मुताबिक, शहर के सेक्टर 22 में एंबियेंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन पर एक्यूआई 460, सेक्टर 25 में 365 और सेक्टर 53 में 455 दर्ज किया गया।आंकड़ों के मुताबिक, चंडीगढ़ की एयर क्वालिटी दिल्ली से भी खराब थी। राष्ट्रीय राजधानी में दोपहर 12 बजे एक्यूआई 424 दर्ज किया गया। एक्स पर एक पोस्ट में, चंडीगढ़ से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने यूटी प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से हालात बेहतर होने तक सभी स्कूलों, खासकर छोटे बच्चों के लिए स्कूल को बंद करने पर विचार करने की अपील की।
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हरियाणा में प्रदूषण से बुरा हाल- हरियाणा के गुरुग्राम में एक्यूआई 323, पंचकुला में 299, बहादुरगढ़ में 293, हिसार में 289, सोनीपत में 269, कैथल में 246, कुरुक्षेत्र में 223 और यमुनानगर में 228 था।पंजाब के अमृतसर में एक्यूआई 325, लुधियाना में 211, मंडी गोबिंदगढ़ में 210 और बठिंडा में 192 दर्ज किया गया।
वायु प्रदूषण बढ़ने के कारण- शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’, 401 और 450 के बीच ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर ‘बहुत ज्यादा गंभीर’ कैटेगरी में आंका जाता है।अक्टूबर और नवंबर में धान की फसल की कटाई के बाद पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने को अक्सर दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है।चूंकि धान की कटाई के बाद रबी की फसल गेहूं की बुआई का वक्त बहुत कम होता है, कुछ किसान फसल के अवशेषों को जल्दी से साफ करने के लिए अपने खेतों में आग लगा देते हैं।