रेवाड़ी(श्याम बाठला): रेवाड़ी के प्राचीन 200 वर्ष पुराने ऐतिहासिक तालाब सोलह राही की जहां इस बार पूर्वांचली आयोजको ने कड़ी मेहनत और लगन से साफ-सफाई कर पूजा के लिए एक वैकल्पिक कुंड तैयार किया है,
जिसके शीतल जल में खड़े होकर सुबह उदय ऒर शाम को अस्त होते सूर्य भगवान को भक्तजन जल अर्क अर्पित कर पूजा अर्चना करेंगे।
छठपूजा की तैयारियां बड़े जोर-शोर से की जा रही हैं, माना जाता है कि छठ पूजा ओर छठ व्रत रखने से पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है।
बुधवार से शुरू होने वाले इस धार्मिक आयोजन की स्वीकृति प्रदान करने के लिए पूर्वांचल छठ पूजा समिति ने जिला उपायुक्त का विशेष तौर पर धन्यवाद किया है।