Hit and Run Law Protest: जम्मू में ट्रक ड्राइवरों और ट्रांसपोर्टरों ने मंगलवार को नए हिट-एंड-रन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। वहीं कमर्शियल वाहनों के ड्राइवरों की हड़ताल दूसरे दिन में प्रवेश कर गई है।ड्राइवर और ट्रक मालिक भारतीय न्याय संहिता के तहत हिट-एंड-रन के नए कानून का विरोध कर रहे हैं। नए कानून के मुताबिक हिट-एंड-रन के मामलों में शामिल ड्राइवरों को 10 साल तक की कैद या सात लाख रुपये का जुर्माना हो सकता है।ट्रक मालिक नए कानून के प्रावधानों को पूरी तरह से गलत बता रहे हैं। ट्रक मालिकों का कहना है कि ये कानून कमर्शियल वाहन चालकों के लिए बहुत कठोर है।
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हड़ताल से देश के कई हिस्सों और जम्मू में भी ईंधन और सामान की आपूर्ति प्रभावित हुई है, जो नोडल बिंदु है जहां से जम्मू कश्मीर और लद्दाख में सामान की आपूर्ति की जाती है।जम्मू समेत पूरे केंद्र शासित प्रदेश में पेट्रोल पंपों पर वाहन चालकों की लंबी लाइनें देखी गईं। हिट-एंड-रन कानून के विरोध में ट्रक ड्राइवरों और टैंकर यूनियनों ने सोमवार को 72 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है।आपूर्ति जल्द शुरू होने की संभावना नहीं होने और पेट्रोल पंपों के बंद होने से देश के कई हिस्सों में लोगों को परेशानी हो रही है।
आनंद शर्मा, अध्यक्ष, ऑल जेएंडके पेट्रोल टैंकर ओनर्स एसोसिएशन और फ्यूल स्टेशन ओनर्स एसोसिएशन: ये कहते हैं हिट-एंड-रन, मैं कहता हूं एक गाड़ी अगर कोई एक्सीडेंट हो जाती है तो आजकल मॉब जो है वो ऐसे पीछे पड़ जाता है मारने को, मेरे को नहीं लगता है कि कोई बंदा बच पाएगा। और सरकार कहती है कि अगर बंदा भाग जाएगा तो उसको 10 साल की सजा। उसके बाद ये कहते हैं कि सात लाख रुपये देगा। अगर एक ड्राइवर के पास सात लाख रुपया हो तो क्या वो ड्राइवरी करेगा। और 10 साल की जो सजा दे रहे हैं तो अपने बच्चों को क्या खिलाएगा?
रंजीत सिंह राणा, अध्यक्ष, टैंकर्स यूनियन, जम्मू कश्मीर:”ये देखिए आप जो काले कानून लगाए हैं सरकार ने, ये बहुत गलत कानून है। अगर एक गाड़ी, बड़ी गाड़ी खड़ी है, छोटी गाड़ी वाला उसको हिट कर देता है और मर जाता है, तो केस बड़ी गाड़ी पर पड़ जाता है, ये कौन सा कानून है कि बड़ी गाड़ी पर…? बड़ी गाड़ी खड़ी है, छोटी गाड़ी हिट कर रही है, तो वो कानून उस पर लागू हो जाएगा। वो कहां से लाएगा सात लाख रुपये, अगर सात लाख रुपये उसके पास हो तो वो कोई दूसरा काम करेगा। कहीं रेहड़ी लगाएगा, दिहाड़ी लगाएगा और काम करेगा। 10 साल उसको सजा हो जाएगी तो उसके बच्चे कौन पालेगा?जम्मू श्रीनगर और लद्दाख, लद्दाख का भी स्टॉक ट्रांसफर जो सारा यहीं से होता है। कुछ जालंधर से भी होता है। लेकिन जालंधर भी बंद है, जम्मू भी बंद है।
सप्लाई यहां तक कि श्रीनगर डिपो भी बंद है। यहां भी बंद है। हर जगह डिपो बंद है। क्राइसेस आपके श्रीनगर में भी है, क्राइसेस आपके जम्मू में भी है, लेकिन सरकार जो है इसकी तरफ ध्यान नहीं दे रही है। आरास से कुर्सी पर बैठी है, क्योंकि सेंट्रल ने एक ऐलान कर दिया और स्टेट वाले चुप करके बैठ गए कि हम तो कुछ कर नहीं सकते।”जम्मू से ही सप्लाई लखनपुर तक जाती है। पूरे कश्मीर में जाती है। लेह-लद्दाख तक यहीं से कश्मीर, किश्तवाड़, डोडा, पतरवा, पुंछ वगैरह सब यहीं से जाती है और मुझे लगता है कि कल सब पंप ड्राई हो जाएंगे। सरकार हमारी बात सुनने के लिए तैयार नहीं है। हम लोग यहां कल से बाहर बैठे हुए हैं, पूरी रात यहां बाहर बैठे रहे हैं, हमारी बात सुनने को तैयार ही नहीं है।”
(Source PTI)