वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में 2024 के पहले दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई।एक जनवरी को सात लाख 70 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन किए। एक जनवरी, 2024 के दिन मंदिर में सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का नया रिकॉर्ड भी बन गया है।काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट ने इस साल एक जनवरी से दर्शन के लिए नया सिस्टम शुरू किया है। इसके तहत गिने चुने वीआईपी ही निशुल्क दर्शन और पूजन कर सकेंगे। इन्हें भी दर्शन के लिए मंदिर को निर्धारित शुल्क देना होगा।
ये फैसला कार्यकारी समिति ने हाल में तब लिया जब कुछ आला सरकारी अधिकारियों की सिफारिश पर कई भक्त बिना शुल्क दिए ही लाइन में लग रहे थे।श्रद्धालु आम लाइन में लग कर पहले की तरह दर्शन कर सकते हैं लेकिन अगर उन्हें जल्दी दर्शन करने हैं तो इसके लिए उन्हें तीन सौ रुपये फीस के रूप में चुकाने होंगे।पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन साल 2021 में किया था।
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एक बहुत ही नया ट्रेंड निकल कर सामने आया है दो तीन साल से कि जो नव वर्ष होता है उसमें काफी लोग विशेषकर यंग एज के लोग मंदिरों में दर्शन करना पसंद करते हैं। उसी में पिछले दो-तीन साल से हमारे मंदिर में भी एक जनवरी को बहुत पब्लिक आ रही थी और श्रद्धा से भगवान का दर्शन कर रही थी। ये एक जनवरी 2024 का जो दिन आया उसमें ऐसा एक दिन देखने को मिला आज तक के जितने भी श्रद्धालुओं ने मंदिरों में दर्शन किए उससे अधिक श्रद्धालुओं ने एक दिन में मंदिर के दर्शन किए। आज तक एक जनवरी से पूर्व सात लाख 15 हजार लोगों का दर्शन एक दिन में हो पाए थे जो कि एक जनवरी 2024 को सात लाख 70 हजार से अधिक हो गया तो पहला ही दिन था कि जब आज तक के इतिहास में इस मंदिर में परिसर के उद्धाटन से पूर्व हो चाहे परिसर के उद्धाटन के पश्चात हो ये सबसे ज्याद दर्शन श्रद्धालुओं ने किए।”
कौशल राज शर्मा, मंडलायुक्त, वाराणसी: अभी पिछले तीन-चार महीनों से ये लग रहा था कि काफी लोग विभिन्न प्रकार के जो विभाग यहां हैं उसमें भारत सरकार के विभाग भी हैं और उत्तर प्रदेश सरकार के विभाग भी हैं, उन विभागीय अधिकारियों द्वारा पूरे देश से आने वाले कुछ लोगों के दर्शन सीधे ही प्रोटोकॉल एक रजिस्टर में नोट करवा कर कर दिए जा रहे थे और जो मंदिर की व्यवस्था है जो कि ट्रस्ट के द्वारा निर्धारित है और जो सुरक्षा कमेटी से पारित है वो जो सुगम दर्शन की व्यवस्था है उसे बायपास किया जा रहा था तो इसके माध्यम से हजारों लोगों ने पिछले तीन-चार महीनों में दर्शन किए जो सामान्य रूप से या तो सुगम दर्शन में दर्शन करते हैं या लाइन में लगकर दर्शन करते हैं तो इस प्रकार जो साथ में व्यवस्था चालू हो गई थी उसी के लिए कमेटी ने फैसला किया कि सुगम दर्शन से ही दर्शन हों या लाइन में लग कर दर्शन हों।
(Source PTI)