चरखी दादरी(प्रदीप साहू): जनस्वास्थ्य विभाग के क्लर्क द्वारा कर्मचारियों के अलग-अलग बिलों को फर्जी तरीके से कई बार ट्रेजरी से पास करवाकर अढ़ाई करोड़ रुपए का घोटाला करने का मामला सामने आया है।
कर्मचारियों के पास हुए बिलों की राशि उनके खातों में नहीं पहुंची तो कार्यालय में शिकायत दी। इसी दौरान क्लर्क अपनी ड्यूटी से गायब हो गया।
अधिकारियों द्वारा बनाई जांच कमेटी में पूरे मामले का खुलासा हुआ है। इस मामले को लेकर अधिकारियों द्वारा एफआईआर दर्ज करवाने के लिए सदर पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करवाई है।
वहीं, विभाग द्वारा आरोपित क्लर्क के बैंक खातों को फ्रीज करने बारे पत्र भी लिख दिया है। क्लर्क द्वारा करोड़ों रुपए का घोटाला करने का मामला सामने आने पर विभाग के कर्मचारियों ने अधिकारियों व ट्रेजरी की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए रोष जताया।
जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में एकजुट हुए कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि उनके मैडिकल, लीव इन कैशमेंट, जीपीएफ व अन्य बिलों को कई बार पास करवाकर क्लर्क सुनील कुमार द्वारा अपने रिश्तेदारों के खातों में पेमेंट डलवा ली गई।
कर्मचारियों का आरोप है कि 17 कर्मचारियों की विभिन्न बिलों की राशि कई-कई बार पास करवाकर ट्रेजरी के माध्यम से क्लर्क व उसके रिश्तेदारों के खातों में डलवाई गई है। जिसमें विभाग के अधिकारी व ट्रेजरी कर्मियों की मिलीभगत है।
घोटाला की जानकारी मिलने पर पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान भी जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में पहुंचे और कर्मचारियों से जानकारी ली,इसके बाद में अधिकारियों को घोटाले बारे पूरी जांच करने व आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।