(प्रदीप कुमार):राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है। CM गहलोत ने ईडी,सीबीआई,आईटी की साख पर सवाल उठाये है।कांग्रेस नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया है कि देश की जांच एजेंसियों ईडी,सीबीआई, आईटी की साख पर सवाल उठ रहे हैं। ये जांच एजेंसियां केन्द्र सरकार के दवाब में काम कर रही हैं।गहलोत ने दिल्ली पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने ईडी, सीबीआई और आईटी के अध्यक्ष से मिलने का समय मांगा था। बड़े दिनों बाद सीबीआई ने समय दिया और फिर अचानक कैंसिल कर दिया गया। वह सीबीआई के मुखिया से मिलने ही दिल्ली आए थे लेकिन सीबीआई ने इसको कैंसिल कर दिया है। यह एक चुने हुए जनप्रतिनिधि के साथ किया जा रहा है।मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि आज देश में ED, IT, CBI का राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।पूरे देश को इन एजेंसियों पर गर्व है, लेकिन आज जो हो रहा है इससे इनकी क्रेडिबिल्टी कम हो रही है।मैं इन तीनों एजेंसियों से मिलना चाहता हूं।मैं इन्हें बताना चाहता हूं कि इनकी क्रेडिबिल्टी नीचे जा रही है, जोकि नहीं होना चाहिए।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। आचार संहिता लगी हुई है। उसके बाद विपक्षी नेताओं पर छापेमारी जारी है। इस मुद्दे पर तो चुनाव आयोग को भी संज्ञान लेना चाहिए।
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ED, CBI और IT एजेंसियों के अधिकारी देश के लिए शपथ लेते हैं, इसलिए उनका काम देश के प्रति और निष्पक्ष होना चाहिए।मणिपुर कई महीनों से जल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री जी को वहां जाने की फुर्सत नहीं है। प्रधानमंत्री जी छापे डलवाने में व्यस्त हैं।मुख्यमंत्री अशोक गहलोतने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में 3 हजार 10 छापे मारे गए हैं, जिनमें से सिर्फ 888 मामलों में चार्जशीट दाखिल हो पाई है। इससे पता चलता है कि जांच एजेंसियों पर किस तरह का दबाव है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार राजनीतिक फायदे के लिए जांच एजेंसियों को मोहरा बना रही है।