Raja Raghuvanshi Murder Case: मेघालय पुलिस द्वारा सुलझाए गए सनसनीखेज राजा रघुवंशी हत्याकांड के बाद से पुलिस की तारीफ हो रही है। पुलिस की वजह से न सिर्फ हत्याकांड की गुत्थी सुलझी है, बल्कि राज्य की छवि भी साफ हुई है, क्योंकि कुछ लोग राजा रघुवंशी की हत्या के लिए मेघालय के आदिवासी लोगों को जिम्मेदार बता रहे थे।
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हालांकि, शिलांग के लोगों ने 17-18 दिन बाद राहत की सांस ली। उन्होंने कहा कि पुलिस राजा रघुवंशी की कथित हत्या के आरोपियों को पकड़ने में सफल रही। पुलिस ने सोनम और उसके साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। शिलांग की एक महिला ने कहा, हत्या के अलग-अलग पहलुओं के उजागर होने के बाद मेघालय बेदाग निकला है। ये हमारे लिए सबसे बड़ी खुशी की बात है। हम कुछ और ही सोच रहे थे।
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शिलांग के एक निवासी ने कहा, राज्य में हर कोई ये सोचकर हैरान था कि क्या कभी यहां इस तरह का अपराध हो सकता है? हम भी सदमे में थे क्योंकि हमने कभी नहीं सोचा था कि इस तरह का कोई अपराधी यहां हो सकता है। मामला सुलझने के बाद सभी स्थानीय लोग राहत की सांस ले रहे हैं। अब सब कुछ साफ हो गया है। मेघालय पुलिस ने जांच को ‘ऑपरेशन हनीमून’ नाम दिया था। मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने अलग-अलग सबूतों की बारीकी से जांच की। हनीमून मनाने के लिए राज्य में आए रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम 23 मई को पूर्वी खासी हिल्स के सोहरा में लापता हो गए थे। दो जून को रघुवंशी शव वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक घाटी में मिला, जबकि उनकी पत्नी की तलाश जारी थी। पुलिस के अनुसार, शव के पास एक खून से सना चाकू भी मिला, जो नया लग रहा था। सोनम सुबह-सुबह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आई और उसने आत्मसमर्पण कर दिया। जांचकर्ताओं ने देश को हिला देने वाले अपराध में कथित रूप से शामिल चार अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।