Rajasthan: राजस्थान के बीकानेर में बीएसएफ ने आधुनिक ड्रोन-रोधी तकनीक का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। ये कदम सीमा पार से बढ़ते ड्रोन घुसपैठ से निपटने के लिए उठाया गया है। एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत, बीएसएफ को डीआरडीओ में विकसित स्वदेशी ड्रोन-रोधी गन प्रणाली दी गई है।
Read Also: PM मोदी और शी जिनपिंग के बीच वार्ता! 10 महीने बाद पहली मुलाकात
ये प्रणाली रेडियो-आधारित है। ये लगभग ढाई किलोमीटर के दायरे में ड्रोन के सिग्नल को बाधित कर उन्हें मार गिरा सकती है। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि ये तकनीक सीमा पार से होने वाली गतिविधियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इनमें नशीली दवाओं, हथियारों की तस्करी और खुफिया निगरानी शामिल हैं। उन्नत ड्रोन रोधी तकनीक की तैनाती के साथ लगातार चौकसी करने वाली बीएसएफ देश की पहली रक्षा पंक्ति है। ये हर खतरे से सीमा की सुरक्षा करती है। Rajasthan
Read Also: Israeli Airstrike: इजराइली का सना पर हवाई हमला, हुती प्रधानमंत्री अहमद अल-रहावी की मौत
बीएसएफ डीआईजी अजय लूथरा ने बताया कि हमारे ड्रोन को काउंटर करने के लिए एरियल सिस्टम है और इसके अलावा एक एंटी-ड्रोन गन सिस्टम जो है, अभी मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के द्वारा स्वदेशी निर्मित किया गया है, जिसको बीएसएफ के ट्रायल बेसिस पर डिप्लॉय किया गया है। तो इसको भी हमने कुछेक लोकेशन पे डिप्लॉय किया है। और फरदर और भी इसको डिप्लॉय करेंगे। तो ये गन जो है, ये भी बड़ी कारगर साबित हो रही है, ड्रोन को न्यूट्रलाइज करने के लिए। ये दोनों तरह से काम करेगी।
ये स्मगलिंग के लिए जो ड्रोन यूज हो रहे हैं, उनको भी न्यूट्रलाइज करने के लिए मदद करेगी। और इसके अलावा अगर कोई ड्रोन के रूप में अटैक होता है तो उसको भी न्यूट्रलाइज करने के लिए मदद करेगी। Rajasthan