पीएम मोदी ने देशभर के शहरों में साफ-सफाई से संबंधित ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2020’ के परिणामों की घोषणा की, इसमें केंद्रीय नगरीय विकास एवं आवास मंत्री हरदीप सिंह पुरी इंदौर को देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब दिया गया है और इसी के साथ इंदौर ने चौथी बार देश के सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव प्राप्त किया है।
केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘स्वच्छ महोत्सव’ नाम के इस कार्यक्रम में कुल 129 शहरों को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020, जो 28 दिनों में पूरा हो गया था, 5.5 लाख से ज्यादा स्वच्छता कार्यकर्ताओं को सामाजिक कल्याण योजनाओं से जोड़ने और बड़ी संख्या में अनौपचारिक रूप से कूड़ा बीनने वालों के साथ सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से ज्यादा इम्प्रैशन और स्वच्छ ऐप पर 1.7 करोड़ नागरिकों का रजिस्ट्रेशन देखा गया। स्वच्छ सर्वेक्षण को सरकार द्वारा मिशन में बड़े पैमाने पर नागरिक भागीदारी पैदा करने के उद्देश्य के साथ शुरू किया गया था, साथ ही भारत के सबसे स्वच्छ शहर बनने की दिशा में शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा कर रहा था। इस कार्यक्रम में शहरी विकास मंत्रालय के सहयोगी संगठनों की शहरी–स्वच्छ भारत मिशन यात्रा का स्वागत भी होगा, जिसमें यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी), बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) और गूगल शामिल हैं। मैसूरु ने सर्वे के पहले संस्करण में भारत के सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार जीता था, इंदौर ने लगातार तीन सालों तक टॉप पोजिशन बरकरार रखी है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020, स्वच्छ सर्वेक्षण लीग में शहरों और कस्बों का एक त्रैमासिक स्वच्छता मूल्यांकन भी निरंतर मूल्यांकन सुनिश्चित करने के लिए पेश किया गया था।