Rohit Chaudhary- कांग्रेस के पूर्व सैनिक विभाग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त कर्नल रोहित चौधरी ने रविवार को कहा कि सशस्त्र बल कर्मियों के लिए कैजुअल्टी पेंशन और डिसेबिलिटी पेंशन पुरस्कार, 2023 के लिए पात्रता नियम सशस्त्र बलों के हितों के खिलाफ हैं।
रोहित चौधरी ने कहा, देश का सैनिक जो माइनस 40 और 50 डिग्री सेल्सियस में सर्दी, गर्मी, तूफान आदि से देश की सीमा की रक्षा करता है, उसे अपमानित किया गया है क्योंकि मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक की है।जब हमारे सैनिक शहीद होते हैं, तो देश डिसेबिलिटी पेंशन लेकर आया है। अनुग्रह राहत का प्रावधान रखा गया है। एक नई नीति आई है, जिसे कैजुअल्टी पेंशन और डिसेबिलिटी पेंशन के लिए पात्रता नियम नाम दिया गया है। सशस्त्र बल कर्मियों को पुरस्कार, 2023, अधिसूचना 21 सितंबर को जारी की गई थी।
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रोहित चौधरी ने कहा, बीच में मोदी सरकार ने अपनी देश की सेना के ऊपर एक बहुत ही भयंकर सर्जिकल स्ट्राइक की है। बड़ा वक्तव्य है लेकिन वाकई में ये सर्जिकल स्ट्राइक है। देश का सैनिक जो देश की सरहदों के ऊपर गर्मी में, आंधी में, तूफान में, ठंड में, माइनस 40-50 डिग्री टेपरेचर के अंदर खड़ा रहता है उसके मान और सम्मान को ठेस पहुंचाते हुए मोदी सरकार ने उनके ऊपर एक सर्जिकल स्ट्राइक की है। जब हमारा सैनिक देश के लिए लड़ता हुए कुर्बान हो जाता है तो देश ने उसके मान और सम्मान को रखने के लिए एक डिसेबिलिटी पेंशन या
रोहित चौधरी ने कहा, “इसके अनुसार, मैं आपको ये बताना चाहता हूं कि ये नीति गलत नीति है, सशस्त्र बलों के खिलाफ है और देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ है।