(देवेंद्र शर्मा): केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को इनफ्लुएंजा वायरस को कोविड-19 की तरह सावधानी बरतनी के पत्र लिखने के बाद रोहतक सिविल अस्पताल में इनफ्लुएंजा मरीजों के लिए अलग से वार्ड बना दिया गया है। यही नहीं इन्फ्लूएंजा मरीजों के लिए दवाई भी अलग से काउंटर पर दी जाएगी। वहीं रोहतक सिविल अस्पताल में पिछले एक हफ्ते में सर्दी खांसी जुकाम और बुखार के 20% मामले बढ़ गए। एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। डॉक्टर के अनुसार 2 प्रतिशत लोगों को ज्यादा खतरा, 2 साल से कम उम्र के बच्चे व 60 साल के बुजुर्ग विशेष सावधानी बरतें।
प्रदेश में बढ़ते इनफ्लुएंजा के मामले को लेकर रोहतक स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। रोहतक के सिविल अस्पताल में इनफ्लुएंजा के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बना दिया गया है। यही नहीं इनफ्लुएंजा के मरीजों के लिए दवाई भी अलग से काउंटर पर दी जाएगी। साथ ही डॉक्टरों ने इनफ्लुएंजा को भी कोविड-19 नियमों की तरह ही ट्रीट करने की बात कही है। रोहतक सिविल अस्पताल की बात की जाए तो सर्दी खांसी बुखार के 20% से भी ज्यादा मामले बढ़ गए हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया और इन्फ्लूएंजा को भी कोविड-19 की तरह सावधानी बरतने की बात कह रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार इन्फ्लूएंजा से 2% लोगों को ही ज्यादा खतरा है। यही नहीं 2 साल से नीचे के बच्चे और 60 साल से ज्यादा के बुजुर्गों को भी इनफ्लुएंजा से बड़ा खतरा है डॉक्टर की माने तो 3 हफ्ते तक खासी रह सकती है जो अपने आप ठीक हो जाएगी।
जानकारी देते हुए सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ पुष्पेंद्र ने बताया कि इनफ्लुएंजा को भी लोग कोविड-19 ही देखें। उन्होंने कहा कि यह वायरस एक दूसरे में फैलता है और इसका वायरस हवा में रहता है जो स्वस्थ आदमी को अपनी चपेट में ले लेता है। उन्होंने कहा कि रोहतक सिविल हस्पताल में इसके लिए अलग से वार्ड बना दिया गया है जिसमें इन्फ्लूएंजा मरीजों को रखा जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि दवाई के लिए भी काउंटर अलग से बनाया गया है। ताकि दूसरे मरीजों में इनफ्लुएंजा के मरीज मिक्स न हो। उन्होंने कहा कि सर्दी खांसी जुकाम बुखार सिर में दर्द पैरों में दर्द आदि इनफ्लुएंजा के लक्षण हो सकते हैं।
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उन्होंने कहा कि लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि यह वायरस हवा में रहता है। साथ ही उन्होंने यह कहा कि 2% लोगों को इससे ज्यादा खतरा है। इसके अलावा छोटे बच्चे और बुजुर्गों को भी अपनी चपेट में ले लेता है। हालांकि उन्होंने कहा कि अभी तक कोई गंभीर मामला रोहतक में वायरस का नहीं आया है। लेकिन सिविल अस्पताल में पिछले एक हफ्ते में 20% सर्दी खांसी बुखार के मामले सामने आए हैं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को एक पत्र जारी किया है। जिसमें इनफ्लुएंजा वायरस को कोविड-19 की तरह ही नियम अपनाने की बात कही है। इसी के तहत रोहतक सिविल हस्पताल में मरीजों के लिए अलग से वार्ड बना दिया गया है।
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