Rongali Bihu 2025: असम के सबसे लोकप्रिय त्योहार रोंगाली बिहू का आगाज सोमवार को हो गया है, लेकिन त्योहार का उत्साह पहले से पूरे राज्य की फिजां में फैल चुका था।डिब्रूगढ़ के बाजारों में रौनक थी। लोगबाग त्योहार से जुड़े हर छोटे-बड़े सामान की खरीदारी करने के लिए उमड़ रहे थे। गोलाघाट में भी त्योहार का उत्साह पूरे शबाब पर था। रेहड़ी पर पारंपरिक कपड़ों से लेकर तरह-तरह के लजीज खाने मिल रहे थे। हर कोई अपने मन-मुताबिक सामानों की खरीदारी कर रहा था।
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जोश में भरे युवा कई दिनों से पारंपरिक बिहू नृत्य का अभ्यास कर रहे थे। बिहू नृत्य की खासियत सधे हुए कदमों के साथ हाथों और चेहरे की मुद्राएं हैं। नृत्य की हर भाव-भंगिमा में जोश और उत्साह झलकता है।रोंगाली बिहू के साथ असम कैलेंडर का नया साल शुरू हो जाता है। लोग इसे वसंत आगमन के त्योहार के रूप में मनाते हैं। इस साल हफ्ते भर चलने वाला त्योहार 14 से 20 अप्रैल तक मनाया जाएगा।
डिब्रूगढ़ अरुण जैन ने कहा कि ये असम का सबसे प्रमुख त्योहार है। इसमें लोग नए-नए कपड़े खरीदते हैं। आपस में उपहार देने का प्रथा भी है। सभी आपस में एक-दूसरे को उपहार भी देते हैं और बहुत ही सुंदर नृत्य के साथ इस नव वर्ष का पालन किया जाता है। पूरे असम में बड़े ही हर्षोल्लास से ये पर्व मनाया जाता है।
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निवासी गोलाघाट पबित्र दुवारा ने कहा कि असम में हम लोग घर-घर जाते हैं और लोक नृत्य ‘होजुरी’ करते हैं। ‘होजुरी’ में नाचना और गाना दोनों होता है। ये बिहू में दो दिन तक चलता है। पूरे महीने लोगों में हर्षोल्लास रहता है।असम में अमूमन बोहाग बिहू पूरे महीने मनाया जाता है। बोहाग नए साल का पहला महीना होता है। ये खुशियों और उत्साह का महीना होता है। हम लोग पूरे जोशोखरोश के साथ बिहू त्योहार मनाते हैं।