पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच टेलीफोन पर अहम वार्ता हुई है। पुतिन ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। पुतिन ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है।
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रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी से बातचीत में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। पुतिन ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है, जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।
रूस ने न केवल आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का साथ देने की बात कही, बल्कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर भी चर्चा की। भारत और रूस के बीच रक्षा, व्यापार और तकनीक जैसे क्षेत्रों में सहयोग लंबे समय से चला आ रहा है। इस बातचीत में पीएम मोदी ने रूस के साथ साझेदारी को “विशेष और रणनीतिक” बताया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पीएम मोदी और पुतिन की टेलीफोन वार्ता को लेकर जानकारी दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया।पुतिन ने भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की।पुतिन ने निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की।पुतिन ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूरा समर्थन देने की बात कही।पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि इस जघन्य हमले के दोषियों और उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आगे जानकारी दी कि दोनों नेताओं ने भारत-रूस विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।प्रधानमंत्री ने विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रपति पुतिन को शुभकामनाएं दीं।पीएम ने पुतिन को इस साल के अंत में भारत में आयोजित होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है।
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पीएम मोदी और पुतिन की ये बातचीत ऐसे वक्त हुई है, जब रूसी राष्ट्रपति पुतिन जल्द ही भारत दौरे पर आने वाले हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, पुतिन ने पीएम मोदी के निमंत्रण को स्वीकार कर किया है और इस यात्रा की तैयारियां चल रही हैं। बहरहाल दोनों नेताओं की यह बातचीत वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है। खासकर, रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच भारत की संतुलित नीति की सराहना हुई है।वही पहलगाम आतंकी हमले के बाद पुतिन और मोदी की यह बातचीत न केवल द्विपक्षीय संबंधों के लिए, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।