जोशीमठ के मौजूदा हालातों के बारे में प्रेस वार्ता कर सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत सिन्हा द्वारा जानकारी साझा की गई। उन्होंने बताया की जोशीमठ में दरार वाले भवनों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली है, 863 भवनों में अब तक दरारें चिन्हित की गई हैं। वहीं 181 घरों को रहने के लिए पूरी तरह से असुरक्षित बताया गया है। विस्थापित परिवारों की संख्या 269 है। इनमें से लगभग 30 परिवार या तो किराए पर रह रहे हैं या अपने रिश्तेदारों के यहां रह रहे हैं। इन विस्थापित परिवारों के सदस्यों की कुल संख्या 900 है। joshimath landslide,
बीती रात भारी बारिश और बर्फबारी के चलते पानी के रिसाव में भी बेतहाशा वृद्धि देखने को मिली है जो कि 100 लीटर पर मिनट से बढ़कर 250 लीटर पर मिनट तक हो चुका है। हालांकि ज्यादा ठंड की वजह से राहत शिवरों में हीटर और अलाव की व्यवस्था प्रशासन द्वारा कर दी गई है।
प्रेस वार्ता में राज्य आपदा प्रबंधन सचिव ने ये भी बताया की 218 परिवारों को अन्तरिम राहत दी गई। प्रत्येक परिवार को डेढ़ लाख रुपए दिए गए है और जो लोग किराए पर रह रहे थे उनको रुपए दिए गए हैं। उनको हम सामान शिफ्ट करने के लिए 50,000 रुपए दिए हैं ये 8 परिवारों को दिया गया है।
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विस्थापित लोगों की संख्या भी बढ़ोतरी देखने को मिली है 269 परिवारों के 900 लोगों को अब तक विस्थापित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री भी लगातार मामले का संज्ञान ले रहे है। आज भी मुख्यमंत्री द्वारा संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई थी, जिसमें सभी राहत व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाते रहने के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है।