नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): उदयपुर चिंतन शिविर में कांग्रेस पार्टी की दिशा और रणनीति को लेकर सीडब्ल्यूसी की बैठक में अहम चर्चा हुई। कांग्रेस कार्यसमिति सीडब्ल्यूसी की बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं से कहा कि अब पार्टी का कर्ज उतारने का समय आ गया है। ऐसे में उन्हें किसी स्वार्थ के बिना और अनुशासन के साथ काम करना होगा। पार्टी को फिर से मजबूत करने के लिए जादू की कोई छड़ी नहीं है। हमें एक साथ मिलकर काम करना होगा। कांग्रेसी दलों की बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने बैठक को लेकर अहम जानकारियां दी।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में उन्होंने कहा कि 13-15 मई को उदयपुर में होने वाला ‘नवसंकल्प चिंतन शिविर’ रस्म अदायगी भर नहीं होना चाहिए। इसमें पार्टी के पुनर्गठन की झलक दिखनी चाहिए। 13 मई से 15 मई तक राजस्थान के उदयपुर में आयोजित हो रहे चिंतन शिविर में करीब 400 लोग शामिल हो रहे हैं, जिनमें से ज्यादातर संगठन में किसी ने किसी पद पर हैं या फिर संगठन अथवा सरकार में पदों पर रह चुके हैं। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के मुताबिक प्रयास किया गया है कि इस शिविर में संतुलित प्रतिनिधित्व हो, हर पहलू से संतुलन हो। पार्टी महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि चिंतन शिविर में पार्टी सभी मुद्दों पर अहम चर्चा करेगी।
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CWC बैठक में सोनिया गांधी ने कहा है कि राजनीति, सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण, अर्थव्यवस्था, संगठन, किसान एवं कृषि तथा युवा एवं सशक्तीकरण से जुड़े मुद्दों पर छह समूहों में चर्चा होगी। दरअसल, पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के मुकाबले में कांग्रेस का किसी भी राज्य में जीत का खाता नहीं खुला तो वही पंजाब में कांग्रेस ने अपनी सरकार गवा दी।
अब कांग्रेस को इस साल के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के अलावा 2023 में अन्य राज्यों के चुनाव और 2024 में लोकसभा चुनाव की चुनौती से जूझना है और इससे पहले पार्टी चिंतन शिविर के जरिए आगे की तैयारियों पर मंथन करेगी।