(प्रदीप कुमार): मोदी कैबिनेट के संभावित फेरबदल को लेकर अटकलें लगायी जा रही हैं। चर्चाएं है कि संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल जल्द हो सकता है।ताज़ा जानकारी के मुताबिक संसद के बजट सत्र से पहले या फिर इसके फ़ौरन बाद कभी भी मंत्रिमंडल फेरबदल हो सकता है। मोदी कैबिनेट के संभावित फेरबदल को लेकर विचार-विमर्श की प्रक्रिया जारी है। सूत्रों का कहना है कि आगामी लोकसभा चुनाव की मजबूत तैयारी के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ही नहीं राज्यों और केंद्रीय संगठन में भी अहम बदलाव होंगे। बदलाव की यह प्रक्रिया केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार से शुरू होगी।
चर्चाये है कि पहले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल को एक साल का विस्तार दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार के बाद राज्यों के संगठन में बदलाव, जरूरी नेतृत्व परिवर्तन और केंद्रीय संगठन में अहम बदलावों पर मुहर लगेगी। चर्चाएं है कि इस महीने के अंतिम सप्ताह में शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र से पहले या फिर बाद में केंद्रीय मंत्रिमंडल का संभावित फेरबदल हो सकता है। इस फेरबदल को लेकर फिलहाल बातचीत की प्रक्रिया जारी है।
सूत्रों के मुताबिक कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पूर्व मोदी मंत्रिमंडल का यह अंतिम विस्तार होगा। यही वजह है कि इसके लिए व्यापक स्तर पर मंथन किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि कैबिनेट के संभावित फेरबदल के जरिए राज्यों के समीकरण साधने के लिए बड़े बदलाव किए जाएंगे। इसके जरिए राज्यों के सियासी, सामाजिक समीकरण साधे जाएंगे। संभावना है कि दिल्ली में 16 और 17 जनवरी को हो रही बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद एक बार फिर से शीर्ष स्तर पर विमर्श की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लोकसभा चुनाव मिशन 2024 की तैयारियों का एजेंडा प्रमुख तौर पर सेट किया जायेगा। इसके अलावा साल 2023 में कई प्रमुख राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीति का खाका भी तैयार किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़,राजस्थान, कर्नाटक और तेलंगाना से कुछ नए चेहरों को केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल किया जा सकता है। वही कुछ मंत्रियों को पार्टी संगठन में भी भेजने की तैयारी की जा रही है। इसी के साथ कुछ वरिष्ठ मंत्रियों की भूमिकाओं में भी बदलाव किए जाने की तैयारी चल रही है।
फिलहाल इसको अमल में लाने के लिए पार्टी संगठन में भी शीर्ष स्तर पर बातचीत प्रक्रिया चल रही है। सूत्रों के मुताबिक बीती 8-9 जनवरी को पीएम आवास पर इसी कड़ी में एक बड़ी बैठक पीएम मोदी ने बुलाई थी। इसमे दो वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों के अलावा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल रहे थे। साथ ही ठीक इसके दूसरे दिन यानी 10 जनवरी को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी महासचिवों के साथ विशेष बैठक की थी।
सूत्रों के मुताबिक अगले महीने बजट सत्र के बाद कभी भी केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल हो सकता है। जानकारी के मुताबिक ये संभावित मोदी मंत्रिमंडल विस्तार साल 2023 में होने वाले 9 राज्यों के विधानसभा चुनाव और साल 2024 लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया जायेगा। साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में एनडीए के सहयोगी दलों की भागीदारी भी बढ़ाई जा सकती है। चर्चाएं है कि बिहार से चिराग पासवान, महाराष्ट्र से शिवसेना (शिंदे गुट) और तमिलनाडु से एआईडीएमके को केंद्रीय कैबिनेट में एंट्री मिल सकती है।
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सूत्रों के मुताबिक चुनावी राज्यों के सांसदों का मंत्रीमंडल में कोटा बढ़ाया जा सकता है। साथ ही कुछ पुराने मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है। समझा जा रहा है कि केंद्र सरकार में शामिल कई मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा रिपोर्ट तैयार हो चुकी है इसके आधार पर कई राज्यमंत्रियों को संगठन में भेजने की भी तैयारी है साथ ही कई बड़े कैबिनेट मंत्रियों के विभागों में बड़े स्तर पर बदलाव किए जाने की संभावना जतायी जा रही है।
जानकारी के मुताबिक संसद के बजट सत्र से पहले या फिर इसके फ़ौरन बाद कभी भी मंत्रिमंडल फेरबदल हो सकता है।संसद सत्र का पहला हिस्सा 31 जनवरी से 13 फरवरी और दूसरा हिस्सा 13 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेगा।
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