Naxalites News: बस्तर के सुकमा में जहां कभी बंदूकों की गूंज थी, वहां अब शहनाई बज रही है। आत्मसमर्पित नक्सली मौसम महेश, हेमला मुन्नी, मड़कम पाण्डू और रव्वा भीमे ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को अपने विवाह में बुलाकर उनसे आशीर्वाद लिया।यह अनोखा समारोह सुकमा के मिनी स्टेडियम में हुआ, जहां मुख्यमंत्री ने नवदम्पत्तियों को शुभकामनाएं दीं। इन चारों ने जून 2024 में नक्सल हिंसा का रास्ता छोड़ आत्मसमर्पण किया था और जिला प्रशासन से आग्रह किया था कि उनके विवाह में मुख्यमंत्री शामिल हों।
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मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत हुए इस विवाह ने कि नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ा है, बल्कि उन्हें एक नई दिशा दी है। गगनपल्ली गांव के रहने वाले मौसम महेश और डुब्बामरका की रहने वाली हेमला मुन्नी तथा कन्हाईपाड़ निवासी मड़कम पाण्डू और सल्लातोंग की रव्वा भीमे ये चारों पहले नक्सली संगठन से जुड़े हुए थे। छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर इन चारों ने जून 2024 में नक्सल हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण कर दिया था। मौसम महेश लगभग बारह साल तक नक्सल संगठन से जुड़े रहे। मड़कम पाण्डू और हेमला मुन्नी 9 साल तक तथा रव्वा भीमे 6 साल तक नक्सल संगठन और उसकी गतिविधियों से जुड़ी रहीं।
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परिणय सूत्र में आबद्ध होने के बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आशीर्वाद प्राप्त करके हुए महेश-हेमला और मड़कम-रव्वा ने बताया कि उन्हें रास्ता भटकने और हिंसा में संलिप्त रहने का बेहद अफसोस है। छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति और नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर वे चारों विकास और शांति की मुख्य धारा में शामिल होने का फैसला लिया।
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