Boman Irani News: अभिनेता बोमन ईरानी का कहना है कि ये कोई बड़ी बात नहीं है कि वो 65 साल की उम्र में ‘द मेहता बॉयज़’ से निर्देशक बने हैं क्योंकि किसी के सपनों को पूरा करने की कोई सही उम्र नहीं होती।ईरानी, जिन्होंने 2003 में राजकुमार हिरानी की फिल्म “मुन्नाभाई एम. बी. बी. एस” से अभिनय की शुरुआत की और उससे पहले एक होटल में वेटर के रूप में काम किया, फोटोग्राफी की और अपनी मां की बेकरी की दुकान चलाई, ने कहा कि दूसरों की तरफ से निर्धारित समयसीमा की परवाह किए बिना अपनी इच्छाओं को अपनाना महत्वपूर्ण है।
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पीटीआई वीडियो से खास बातचीत में ईरानी ने कहा, “बचपन से मैंने हमेशा सोचा था कि एक दिन मैं निर्देशक बनूंगा। जब आप एक अभिनेता बन जाते हैं और आप सोचते हैं, ‘चीजें अच्छी चल रही हैं।’ मैं एक बेहतर अभिनेता बनना चाहूंगा। मैं हर दिन सीखता हूं और सुधार करना चाहता हूं, लेकिन मेरे लिए लिखना एक बड़ी उपलब्धि है।लगे रहो मुन्नाभाई’, ‘खोसला का घोसला’, ‘3 इडियट्स’, ‘डॉन’, ‘डनकी’ और ‘ऊंचाई’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय के लिए मशहूर ईरानी ने कहा कि वो हमेशा से अपने जीवन में और भी बहुत कुछ करना चाहते थे, चाहे वो अभिनय हो, निर्देशन हो या लेखन।
द मेहता बॉयज़” का निर्माण चॉकबोर्ड एंटरटेनमेंट एलएलपी के सहयोग से ईरानी मूवीटोन एलएलपी के बैनर तले ईरानी, उनके बेटे दानेश ईरानी, विकेश भूटानी और शुजात सौदागर ने किया है।