( प्रदीप कुमार ), दिल्ली- झारखंड के मुद्दे पर आज संसद में जोरदार हंगामा देखने को मिला। सरकार बनाने में देरी का मुद्दा उठाते हुए विपक्ष ने सदन से वाकआउट का विरोध दर्ज कराया। वहीं केंद्र सरकार ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का साथ देने का आरोप लगाया है।
झारखंड मैं नई सरकार की घमासान को लेकर आज संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार तकरार हुई। विपक्ष ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किए जाने और उसके बाद नई सरकार के गठन में देरी के मुद्दे पर दोनों सदनों में इस मुद्दे को उठाते हुए हंगामा किया और सदन से वाकआउट कर विरोध दर्ज कराया।
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नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बहुमत होने की बावजूद झारखंड में विपक्ष की सरकार बनाने में देरी की गई जबकि बिहार में आनंद-फानन में नीतीश कुमार के पाला बदलते ही सरकार का गठन कर दिया गया।झारखंड में लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। वहीं सदन के बाहर लोकसभा में कांग्रेस उप नेता सदन गौरव गोगोई ने बयान दिया कि झारखंड के मुद्दे पर जानबूझकर देरी की गई है, ताकि वहां सरकार को प्रभावित किया जा सके।
विपक्ष के इन आरोपों पर केंद्र सरकार ने जोरदार पलटवार करते हुए जवाब दिया। राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने कहा कि झारखंड में मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार के चलते इस्तीफा देना पड़ा क्योंकि उनकी गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के मामले में हुई है, कांग्रेस को साफ करना चाहिए कि क्या वह झारखंड सरकार के भ्रष्टाचार के साथ नहीं है। बरहाल इस मुद्दे पर दोनों सदनों में जोरदार हंगामा देखने को मिला और सत्ता पक्ष- विपक्ष ने एक दूसरे पर खूब हमला बोला।