Brij Bhushan Sharan Singh: डब्ल्यूएफआई यानी भारतीय कुश्ती संघ का निलंबन हटाने के खेल मंत्रालय के फैसले की तारीफ करते हुए इसके पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह ने मंगलवार को कहा कि षडयंत्रकारियों का मंसूबा धरा का धरा रह गया। केंद्र ने डब्ल्यूएफआई को निलंबित करने के 24 दिसंबर, 2023 के अपने आदेश को 10 मार्च को रद्द कर दिया था और राष्ट्रीय खेल महासंघ के रूप में इसका दर्जा बहाल कर दिया था।
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उसी साल 21 दिसंबर को निर्वाचित हुए नए निकाय (डब्ल्यूएफआई) को शासन और प्रक्रियागत शुचिता में खामियों के कारण निलंबित कर दिया गया था।देश के शीर्ष पहलवानों विनेश फोगट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने आरोप लगाया था कि बृज भूषण ने अपने कार्यकाल के दौरान जूनियर पहलवानों का यौन शोषण किया। पहलवानों ने जनवरी 2023 में जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया और बृज भूषण की गिरफ्तारी और डब्ल्यूएफआई में पूर्ण बदलाव की मांग की गई।
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मामला अभी भी अदालत में है, जबकि उसी साल बाद में बृजभूषण के करीबी माने जाने वाले संजय सिंह चुनाव जीत गए थे।कुछ महीनों तक आईओए की तदर्थ समिति ने कामकाज चलाया, लेकिन चुनावों के बाद यूडब्ल्यूडब्ल्यू द्वारा निलंबन हटा लेने के बाद समिति को भंग कर दिया गया।