Pollution: प्रदूषण की मार लोग लगातार झेल रहे हैं। हवा में प्रदूषित (Pollution) कण होने के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही है। हाल के समय की बात की जाए तो नवंबर ‘सबसे प्रदूषित महीने’ के रूप में सामने आ रहा है। इस महीने ने एयर क्वालिटी के खतरनाक रिकॉर्ड बनाए हैं। अगर पिछले साल के आंकड़े देखें जाए तो 2023 के नवंबर में एक दिन भी AQI ‘खराब’ श्रेणी में नहीं गया है। पिछले 7 वर्षों में नवंबर के महीने में ‘बहुत खराब’ श्रेणी वाले दिन बहुत कम थे।
Read Also: समंदर पर बना नया पंबन ब्रिज? नीचे से गुजरेंगे जहाज, रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव ने बताया मॉडर्न इंजीनियरिंग का चमत्कार
इस साल नवंबर के महीने की हवा बेहद खराब श्रेणी में रही। 30 दिनों में से 2 दिन तो ‘गंभीर प्लस’ कैटेगरी में आए थे। यह श्रेणी वायु प्रदूषण (Pollution) के खराब स्तर को दिखाती है। इसके अलावा 6 दिनों को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा गया। इस हवा में सांस लेने से हमारे शरीर में कई सारी समस्याएं पैदा होती है। आंखों में जलन, लालीपन और खांसी जैसी परेशानी की मार लोग झेल रहे है।
Read Also: उपराष्ट्रपति धनकड़ ने अरुणाचल के दोईमुख में राजीव गांधी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को किया संबोधित
लॉकडाउन में आई थी अस्थाई कमी
COVID-19 महामारी के समय लगे लॉकडाउन में हवा की स्थिति थोड़ी बेहतर हुई थी। साल 2020 में AQI में एक अलग पैटर्न देखने को मिला था। उस साल 2 दिन हवा की स्थिति गंभीर प्लस और 7 दिन गंभीर और 10 खराब और 2 दिन मध्यम रही। उस समय स्थिति थोड़ी बेहतर लग रही थी।