Union Minister Piyush Goyal: वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बिम्सटेक के सातों सदस्य देशों को मुक्त व्यापार समझौता वार्ता की प्रगति पर पुनर्विचार करने का बुधवार को सुझाव दिया। वार्ता काफी धीमी गति से जारी है।उन्होंने कहा कि सदस्य देश पूर्ण मुक्त व्यापार समझौते के बजाय अधिमान्य व्यापार समझौते पर बातचीत करने के बारे में सोच सकते हैं।
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मुक्त व्यापार समझौते पर दिया बड़ा बयान – बिम्सटेक बहुआयामी सहयोग के लिए दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के सात देशों को एक साथ लाता है।ये दक्षिण एशिया के पांच देशों (बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, भारत और श्रीलंका) और दक्षिण पूर्व एशिया के दो देशों (म्यांमा और थाईलैंड) को जोड़ता है।ये समूह 2004 से प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत कर रहा है। अभी तक 20 से अधिक दौर की बातचीत हो चुकी है। 2018 में आखिरी बातचीत हुई थी।
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मैं कुछ बुनियादी मुद्दे उठाना चाहूंगा- सीआईआई बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन 2024 में गोयल ने कहा, ‘‘ मैं कुछ बुनियादी मुद्दे उठाना चाहूंगा…हम कहां खड़े हैं और इस मुक्त व्यापार समझौते को वास्तविकता बनाने की क्या संभावनाएं हैं।’’उन्होंने कहा कि समझौते के लिए अभी तक 22 दौर की वार्ता हो चुकी है और इससे ये सवाल उठता है कि क्या ‘‘ हमें रुककर इस बात पर पुनर्विचार करने की जरूरत है कि हम किस दिशा में जा रहे हैं।’’मंत्री ने कहा कि आखिरी वार्ता करीब छह वर्ष पहले हुई थी जिसका मतलब है कि कुछ ऐसा है जो इस मुक्त व्यापार समझौते में अडचन बन रहा है।उन्होंने कहा कि धीमी प्रगति का कारण गैर-व्यापार बाधाएं या सामान्य व्यापार के रास्ते में आने वाली व्यापार बाधाएं हो सकती हैं।