UP: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (Muslim National Forum) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समर्थित संगठन है। इस मंच से जुड़े मुस्लिम समुदाय के 500 से ज्यादा सदस्यों ने रविवार 3 मार्च को उत्तर प्रदेश (UP) के अयोध्या (Ayodhya) में विराजमान रामलला (Ramlala) के दर्शन किए। मंच के सदस्यों का कहना है कि रामलला (Ramlala) के दर्शन करने का मकसद हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच शांति और भाईचारे को बढ़ावा देना है। मंच के सदस्य ढोल-नगाड़ों और भगवान राम के जयकारे के साथ तीर्थ नगरी (pilgrimage City) की सड़कों पर निकले। इस दौरान धूमधाम से उनका स्वागत किया गया।
राम चंद्र जी को इमामे हिंद समझते हैं
बता दें, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (Muslim National Forum) के सदस्य मोहम्मद फरियाद ने श्री राम चंद्र जी पर अलामा इकबाल जी की एक कहावत कही कि राम के वजूद पे नाज अहले वतन राम चंद्र जी को इमामे हिंद समझते हैं। उन्होंने कहा कि ये साबित हो गया है कि हमारा देश (Country) तरक्की की ओर बढ़ रहा है, इसलिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच इकट्ठा एक साथ आगे लेके चल रहे हैं हम लोग।
प्यार-मोहब्बत-भाईचारा
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सदस्य मोहम्मद अफजल ने कहा कि हमारे राम लला हमारी संस्कृति का प्रतिनिधि हैं। हमारे देश का प्रतिनिधि हैं। प्रेरणा कहां से लेने की जरूरत है? ये हमारे पुरखों में से है। आज हम राम लला के दर्शन करने के लिए यहां आए हैं। हमारी पूरी टीम आई है काशी से। हम लोग काशी से चलकर यहां अयोध्या धाम में शांत और सद्भावना का संदेश लेके आए हैं। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का एक नया नारा है, कि प्यार-मोहब्बत-भाईचारा, ऐसे हैं श्री राम हमारे।
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भाईचारे को मुकम्मल बनाने के लिए आए हैं-मुरारी दास
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रवक्ता मुरारी दास का कहना था कि कुरान रोसरी में भारत माता की जय बोलने वाले कुरान की रोसरी में, वतन की मोहब्बत में, मादरे वतन हिंदुस्तान जिंदाबाद बोलने वाले और अपने देश को खुशहाल और तरक्की वाला बनाने वाले, राष्ट्रीय एकता की यात्रा लेकर, सामाजिक सद्भावना की यात्रा लेकर के हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई का जो विचार है, उसको प्रैक्टिकल में दिखाने के लिए हम आपके ईश्वर को मानेंगे। आप हमारे रमजान-रोजे और हमारे बुजुर्गों को मानते हैं। इसलिए हम सब इस भाईचारे को मुकम्मल बनाने के लिए आए हैं।