UP News: उत्तर प्रदेश ड्रग कंट्रोलर ने बुधवार को गाजियाबाद में दवा बनाने वाली फैक्ट्री से एक करोड़ रुपये से ज्यादा की नकली दवाएं जब्त कीं।नकली दवाओं को नामी फार्मा कंपनियों के नाम से पैक करके बाजारों में बेचा जा रहा था।पुलिस के मुताबिक, मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।गाजियाबाद के एसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि ज्यादातर दवाएं शुगर, गैस और बीपी से संबंधित समस्याओं की हैं। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और उसका नाम विजय चौहान है। मामले में आगे की जांच की जी रही है।लोगों ने कहा कि उन्हें फैक्ट्री में चल रहे नकली दवाओं के रैकेट के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उन्हें लगा कि ये एलईडी बल्ब बनाने वाली फैक्ट्री है।
गाजियाबाद के एसीपी निमिष पाटिल ये जानकारी दी
कल थाना साहिबाबाद पुलिस स्टेशन में एक सूचना प्राप्त हुई । जिसमें ड्रग्स इंस्पेक्टर, दिल्ली पुलिस और साहिबाबाद पुलिस के संयुक्त टीम द्वारा जो अवैध दवा बनाने वाली फैक्ट्री थी वहां पर छामेपारी की गई। वहां भारी मात्रा में अवैध दवाइयां, दवा बनाने वाली मशीन उनका बरामद किया गया। और जो ड्रग्स इंस्पेक्टर द्वारा जानकारी दी गई उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।जो दवाइयां थी वो ज्यादातर गैस प्रॉब्लम, शुगर इनके लिए यूज किए जाने वाली थी। इसमें एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है, जिसका नाम विजय चौहान है। मामले में आगे की जांच चल रही है।”
स्थानीय लोगों ने कही ये बात..
हमें तो इतना पता था कि ये जो ऊपर वाली जगह है वहां पर एलईडी बल्ब बनता था। न जाने पिछली साइन पर मशीनें बनाकर क्या काम करता है किसी को पता ही नहीं। सब इंडस्ट्री वाले यहीं पर हैं। किसी को भी नहीं पता। हमको भी नहीं पता। जब छापा पड़ा, जब नजर में आई ये बात। तब जाकर पता पड़ा है कि ये कहानी बन गई है। ये पता लगा कि नकली दवाई बना रहे थे।