bihar politics: (आकाश शर्मा) केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को Z कैटेगरी की सुरक्षा दी हैं। जनता दल को छोड़कर उन्होने अपनी अलग पार्टी बनाई हैं। 2014 में भी कुशवाहा ने नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत कर NDA के साथ होकर आम चुनाव जीतकर लोकसभा के सांसद बने।
लेकिन कुशवाहा का यह सफर 2018 तक ही चला, फिर 2019 के आम चुनाव में महागठबंधन का हिस्सा बने , तब नीतीश कुमार NDA के हिस्सा थे। 2020 के बिहार के विधानसभा के चुनाव में भाजपा जेडयू की जीत हुई , उपेंद्र कुशवाहा ने फिर जेडयू में वापसी कर नीतीश कुमार के साथ आ गये। लेकिन बिहार में नीतीश कुमार 2022 में भाजपा का साथ छोड़कर राजद के साथ सरकार बनाई तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने।
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2022 में उपेंद्र ने ही नीतीश कुमार का साथ छोडा तो अपनी पार्टी का गठन किया । तब से ही उनकी नजदीकी भाजपा के साथ बढ़ रही है । इनकी मुलाकात गृहमंत्री अमितशाह से भी चुकी हैं । जेडीयू के अलग होते ही वाई कैटेगरी की सुरक्षा मिली , लेकिन दौ महीने बाद अब उनको गृह मंत्रालय की तरफ से Z कैटेगरी की सुरक्षा मिली हैं । लेकिन उनकी बढी सुरक्षा को लेकर सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं। कुशवाहा Z श्रेणी की सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षागार्ड शामिल हैं । इससे पहले चिराग पासवान को Z श्रेणी की सुरक्षा मिल चुकी हैं, इसके अलावा बिहार की VIP के अध्यक्ष मुकेश साहनी को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हैं।
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