Vice President News: उपरष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तरप्रदेश सुशासन प्रदेश के रूप में पेहचानन प्राप्त कर रहा है और प्रदेश का संस्थागत ढांचा वैश्विक मानकों पर खरा उतर रहा है।उत्तर प्रदेश दिवस के शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अपना संबोधन देते हुए उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि “ भगवान बुद्ध ने जिस प्रदेश में अपना प्रथम संदेश दिया, वहां से आज मुख्यमंत्री योगी के विकास की गाथा का सुखद प्रसारण हो रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन की गाथाओं से ओतप्रोत रहे इस प्रदेश में 1998 से 26 साल की उम्र में लोकसभा के पांच चुनाव निरंतरता से जीतते हुए। 2017 मार्च से मुख्यमंत्री के पद का दायित्व निर्वहन करते हुए, अब तक 26 साल जनसेवा को समर्पित कर दिया।”
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शासन की जन केन्द्रित नीतियों की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, “ ये क्षेत्र राजधर्म के आधारभूत एवं जन केंद्रित शासन सिद्धांतो की प्रयोगशाला बन गया है। एक समय था, बहुत पीछे नहीं जाना पड़ेगा जब भारत को 5 विश्व की कमज़ोर आर्थिक ताकतें में माना जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पैशन से, कमिटमेंट से, मिशन से execution से उसको धराशायी किया और हम आज विश्व की पांचवी महाशक्ति हैं। उसी तरीके से एक समय था, आपके मुख्यमंत्री पद ग्रहण करने से पहले इस प्रदेश की पहचान थी बीमारू राज्य आज इसका कोई ज़िक्र नहीं करता क्योंकि जो परिवर्तन है वो 180 डिग्री हो गया है।”
“इस प्रांत की चर्चा क्यों ना हो, प्रदेश को अयोध्यावासी प्रभु श्री राम की कृपा है। काशी स्थित भगवान विश्वनाथ का संरक्षण है। मथुरा वासी भगवान श्री कृष्ण का आशीष है। वृंदावन वासी भगवान बांके बिहारी का स्नेह है और संकट मोचन श्री हनुमान जी का सामर्थ्य प्राप्त है और यह सब होते हुए गोरखनाथ मठ के महंत योगी आदित्यनाथ इसका संचालन कर रहे हैं, जब सारथी मजबूत होता है तो विकास गुणात्मक होता है”, उन्होंने जोर दिया।प्रदेश की बेहतर कानून व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, माननीय मुख्यमंत्री जी, एक ज़माना था उत्तर प्रदेश की पहचान क़ानून और व्यवस्था की चिंता से होती थी। सभी के लिए चिंतन और चिंता का विषय था। उससे निकलने का कोई रास्ता नज़र नहीं आ रहा था। ऐसा लगता था कि प्रांत एक चक्रव्यूह में फँस गया है और प्रांत की जो संभावनाएं हैं वो कुंठित होती जा रही हैं । आपने चमत्कारिक तरीके से उत्तर प्रदेश को सुशासन वाले प्रदेश की पहचान दी है। ये प्रगति की चर्चा देश में है, विदेश में है, और प्रांत में तो निश्चित रूप से है…….. विश्व स्तरीय संस्थागत ढांचे का निर्माण और इसमें उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। दुनिया के लिए एक उदाहरण है। आपके यहां जो ढांचा दिख रहा है जो उच्चतम वैश्विक मानकों को पूरा करता है।”
प्रदेश में हो रहे विकास की और ध्यान आकर्षित करते हुए उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा, “ यह आयोजन जो प्रांत के 75 जिलों में हो रहा है भारत के सबसे बड़े प्रांत की पहचान और अस्मिता की अभिव्यक्ति है। आज के दिन जो पहले नहीं था वो है–उत्तर प्रदेश विकास का सूचक है। उत्तर प्रदेश की पहचान इसकी विकास गति है। प्रांत निरन्तरता से तीव्र गति से अप्रत्याशित प्रगति के पथ पर अग्रसर है।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं अन्य गणमान्य भी मौजूद रहे।
