अमन पांडेय :उत्तराखंड में मौसम के बदलते मिजाज की वजह से मौसम विज्ञानियों को हैरान कर रही है। शीतकाल में लगातार बर्षा में कमी के कारण तापमान तेजी से बढ़ रहा है। Weather news
देश में सक्रिय पच्श्रिमी वायु धारा से मौसम का रुख चौका रहा है। उत्तराखंड में भी इसके असर पड़ने की आशंका है। खासकर पहाड़ी इलाको में ज्यादा ही आशंका जताइ जा रही है। जिससे हिमखंड पिघलने और हिमस्खलन की आशंका है।
इसके साथ ही प्रदेश में गर्मी का एहसास भी होने लगा है। अगले पांच दिन तापमान में अत्यधिक वृद्धि को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है।फरवरी शुरू होने के साथ ही तापमान में लगातार वृद्धि होने लगी है और दिन में गर्मी का एहसास हो रहा है। हालांकि, सुबह-शाम ठिठुरन बरकरार है। तापमान वृद्धि का कारण मौसम विज्ञानी देश में सक्रिय पश्चिमी जेट वायु धाराओं को बता रहे हैं।
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क्या होता है जेट वायु धारा
- जेट वायु धारा भारतीय जलवायु को प्रभावित करने वाले कारकों में से एक है।
- जेट स्ट्रीम या जेट वायु धाराएं ऊपरी वायुमंडल में विशेषकर समताप मंडल में तेज गति से प्रवाहित होने वाली हवाएं हैं।
- इसकी प्रवाह की दिशा जलधाराओं की तरह ही निश्चित होती है।
- यह दो प्रकार की होती है, पश्चिमी जेट स्ट्रीम और पूर्वी जेट स्ट्रीम। पश्चिमी जेट स्ट्रीम स्थायी जेट स्ट्रीम है।
- इसका आंशिक प्रभाव वर्षभर रहता है।
- इसके प्रवाह की दिशा मुख्य रूप से पश्चिम और उत्तर भारत से दक्षिण की ओर रहती है और यह शीतकाल में शुष्क हवाओं के लिए उत्तरदायी है।
- सतह पर गर्म हवाओं से बनने वाला निम्न दबाव क्षेत्र तापमान वृद्धि का कारण है।