(प्रणय शर्मा) : बीजेपी में नए कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर कमान संभालने के बाद वीरेंद्र सचदेवा पार्टी को मजबूत करने में जुट गए, बीजेपी में गुटबाजी को रोकने के लिए वीरेंद्र सचदेवा खुद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं।
दिल्ली नगर निगम चुनाव में मिली हार के बाद बीजेपी आलाकमान ने एक बड़ा फैसला लिया जिसके तहत आदेश गुप्ता के इस्तीफे के बाद कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर वीरेंद्र सचदेवा को पार्टी की कमान दी गई है वीरेंद्र सचदेवा ने अब कुर्सी संभालने के बाद पार्टी को मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू भी कर दी है इसमें सबसे पहला कदम पार्टी के अंदर ही आपसी खींचतान को रुकने का है दरअसल दिल्ली में बीजेपी आपसी गुटबाजी के वजह से काफी खामियाजा भुगत चुकी है मौजूदा कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी इस समस्या को काफी करीब से देखा हुआ है , यही वजह है कि पहला कदम वीरेंद्र सचदेवा का पार्टी के अंदर आपसी खींचतान को खत्म करना है।
नगर निगम चुनाव में बीजेपी लगातार 15 साल सत्ता पर काबिज रही है लेकिन हाल ही में हुए चुनाव में बीजेपी को आखिरकार हार का सामना करना पड़ा है जानकारों की माने तो उसकी एक वजह आपसी गुटबाजी भी बताई जा रही है कुछ नेता इस बात से नाराज चल रहे थे कि टिकट वितरण सही से नहीं किया गया और यही कारण भी रहा कि उनकी सक्रियता इस चुनाव में काफी कम रही लिहाजा चौथी बार सत्ता में पहुंचने का बीजेपी का सपना टूट गया, पार्टी के अंदर अक्षर आपसी मतभेद की खबरें सामने आती रही हैं ऐसे में आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव को देखते हुए इसे खत्म करना एक बड़ी चुनौती है, वीरेंद्र सचदेवा पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से खुद उनके आवास पर जाकर भी मुलाकात कर चुके हैं जिसमें बीजेपी के सांसद डॉ हर्षवर्धन सांसद प्रवेश वर्मा सांसद मनोज तिवारी के अलावा बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आदे गुप्ता मनोज तिवारी विजेंद्र गुप्ता और विजय गोयल शामिल है।