प्रदीप कुमार – पीएम मोदी ने आज दिल्ली के हैदराबाद हाउस में जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी हुई। वार्ता के बाद अपने बयान में, पीएम मोदी ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य ग्लोबल साउथ को आवाज देना और भारत-जापान संबंधों को मजबूत करना है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत के G20 नेतृत्व का एक महत्वपूर्ण स्तंभ ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को आवाज दे रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ में विश्वास करने वाली संस्कृति सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास करती है। पीएम मोदी ने सबसे पहले जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और उनके प्रतिनिधि मंडल का स्वागत करते हुए कहा कि, पिछले 1 वर्ष में प्रधानमंत्री किशिदा और मैं कई बार मिले हैं और हर बार मैंने भारत-जापान संबंधों के प्रति उनकी पॉजीटिविटी और प्रतिबद्धता को महसूस किया है।
इसलिए आज उनकी ये यात्रा हमारे आपसी सहयोग का मूवमेंटम बनाए रखने के लिए बहुत उपयोगी रहेगी। आगे पीएम मोदी ने कहा कि आज की हमारी मुलाकात एक और कारण से भी विशेष है। दरअसल, इस साल भारत G20 की अध्यक्षता कर रहा है और जापान G7 की, और इसलिए अपनी-अपनी प्राथमिकताओं और हितों पर साथ मिलकर काम करने का यह उत्तम अवसर है। पीएम मोदी ने कहा कि, आज मैंने प्रधानमंत्री किशिदा को भारत की G20 अध्यक्षता की प्राथमिकताओं के बारे में विस्तार से बताया है। हमारी G20 अध्यक्षता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को आवाज देना है। वसुधैव कुटुम्बकम को मानने वाली संस्कृति सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास रखती है और इसलिए हमने ये पहल ली है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि, भारत-जापान स्पेशल स्ट्रैटेजिक एंड ग्लोबल पार्टनरशिप हमारे साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और अंतरराष्ट्रीय पटल पर रूल ऑफ लॉ के सम्मान पर आधारित है।
इस साझेदारी को मजबूत बनाना हमारे दोनों देशों के लिए तो महत्वपूर्ण है ही, इससे इंडो पैसिफिक क्षेत्रों में शांति समृद्धि और स्थिरता को भी बढ़ावा मिलता है। पीएम मोदी ने बताया कि आज हुई बातचीत में हमने द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की है। हमने रक्षा उपकरण और टेक्नोलॉजी सहयोग, व्यापार, स्वास्थ्य और डिजिटल साझेदारी पर विचारों का आदान-प्रदान किया। सेमीकंडक्टर और अन्य क्रिटिकल टेक्नोलॉजीज में विश्वस्त सप्लाई चेन के महत्व पर भी हमारे बीच सार्थक चर्चा हुई। पिछले साल हमने अगले पांच वर्षों में पांच ट्रिलियन येन यानि तीन लाख 20 हजार करोड़ रुपए के जापानी निवेश का लक्ष्य तय किया था। यह संतोष का विषय है कि इस दिशा में अच्छी प्रगति हुई है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि 2019 में हमने इंडिया-जापान इंडस्ट्रियल कॉम्पिटिटिवनेस पार्टनरशिप की स्थापना की थी। इसके अंतर्गत हम लॉजिस्टिक्स, फूड प्रोसेसिंग, MSME,टेक्सटाइल, मशीनरी और स्टील जैसे क्षेत्रों में भारतीय इंडस्ट्री की कॉम्पिटिटिवनेस बढ़ा रहे हैं।
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आज हमने इस पार्टनरशिप की सक्रियता पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। पीएम ने कहा, मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड ट्रेन पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। मुझे इस बात की भी खुशी है कि हम 2023 को टूरिज्म एक्सचेंज वर्ष के रूप में मना रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री किशिदा ने मुझे मई महीने में हिरोशिमा में होने वाली G7 लीडर समिट के लिए निमंत्रण दिया है। इसके लिए पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किशिदा का हृदय से धन्यवाद भी किया। जापान के प्रधानमंत्री दो दिवसीय भारत यात्रा पर आज सुबह नई दिल्ली पहुंचे थे। आगमन पर इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने उनका स्वागत किया।जापान के प्रधानमंत्री के रूप में यह उनकी दूसरी भारत यात्रा है। उन्होंने सुबह राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।